जन जागरूकता से ही यक्ष्मा का खात्मा : सिविल सर्जन
गोड्डा विश्व यक्ष्मा दिवस पर जिला यक्ष्मा नियंत्रण समिति गोड्डा के तत्वावधान में सिविल सर्जन कार्यालय
गोड्डा : विश्व यक्ष्मा दिवस पर जिला यक्ष्मा नियंत्रण समिति गोड्डा के तत्वावधान में सिविल सर्जन कार्यालय सभागार में चिकित्सक, सहिया, फार्मासिस्ट, गैर सरकारी संगठन के प्रतिनिधियों व स्वास्थ्यकर्मियों के बीच कार्यशाला रविवार को आयोजित की गई। कार्यशाला का उद्घाटन सिविल सर्जन डा. रामदेव पासवान, डा. मंटू टेकरीवाल, डा. धनंजय त्रिवेदी, डॉ. राम प्रसाद आदि ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। जबकि संचालन डा. प्रदीप कुमार सिन्हा कर रहे थे। टीबी उन्मूलन की दिशा में बेहतर कार्य करने वाली डाट्स प्रोभाइडर सहिया दीदीयों को सम्मानित किया गया।
इस दौरान सिविल सर्जन डॉ. रामदेव पासवान ने कहा कि अब टीबी समाप्त करने का समय आ गया है। समाज के सभी बुद्धिजीवियों की सकारात्मक पहल पर टीबी समाप्त हो सकती है। कहा कि टीबी का इलाज संभव है। टीबी के मरीजों के लिए सरकार की ओर से सभी सरकारी अस्पतालों में इलाज की निश्शुल्क व्यवस्था की गई है। टीबी मुक्त समाज निर्माण के लिए सामूहिक रूप से संकल्प लेने की जरूरत है। जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डा. रामप्रसाद ने कहा कि जिले में टीबी मरीजों की कुल संख्या 16419 है। इसमें से 566 का उपचार डॉट्स के तहत चल रहा है। जबकि जिले के 14852 मरीजों को रोग मुक्त किया जा चुका है। जिले के सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में इलाज व जांच की निश्शुल्क व्यवस्था है। इसके अलावा अलग से प्रोत्साहन राशि भी देने की व्यवस्था है। इसके अलावा डॉ जोसिया, स्वास्थ्य कर्मी कुमुद रंजन झा व सहिया दीदी आदि ने भी विचार व्यक्त किए। सम्मानित होने वाली सहिया दीदी में शैलपुत्री देवी, नीलम देवी, पानो देवी, मंजू देवी, सरिता देवी, प्रीतम देवी, मीणा देवी, अनिता देवी, कल्पना देवी, युषमा करकट्टा, मोसमात नीलम, संयोगिनी देवी, सुनीता देवी, फूलमति देवी, गुनशेवन टुडू, ललिता देवी आदि शामिल थीं।