बर्ड फ्लू रोकने को मारे गए मुर्गा-मुर्गी
जागरण संवाददाता, गोड्डा/मेहरमा : बर्ड फ्लू से प्रभावित मेहरमा प्रखंड के विभिन्न गांवों में गुरुवार क
जागरण संवाददाता, गोड्डा/मेहरमा : बर्ड फ्लू से प्रभावित मेहरमा प्रखंड के विभिन्न गांवों में गुरुवार को मुर्गे-मुर्गियों व बत्तखों को मारने की कार्रवाई शुरू हो गई। पशु, स्वास्थ्य एवं उत्पादन विभाग की केंद्र व राज्य सरकार की टीम की उपस्थिति में बर्ड फ्लू से प्रभावित गांव फाजिल खुटहरी व इसके आसपास (एक किमी दायरे) के गांवों में मुर्गा, बत्तख व बर्ड फ्लू से प्रभावित अन्य पक्षी को मारा जा रहा है। प्रारंभ में टीम में शामिल पदाधिकारियों को पोल्ट्री फार्म मालिकों व ग्रामीणों के विरोध का भी सामना करना पड़ा। बाद में स्थानीय अधिकारियों ने समझा बुझा कर मामला शांत करा दिया। इसके बाद मुर्गियों को मारने की प्रक्रिया शुरू हुई। पोल्ट्री फार्म के संचालकों का कहना था कि प्रशासन की ओर से मुआवजा की जो राशि दी जा रही है वह काफी कम है। ग्रामीण बाहर से मजदूर लाने पर आपत्ति जता रहे थे। ग्रामीणों का कहना था कि टीम के सदस्य स्वयं मुर्गा-मुर्गी को पकड़ें। बाद में स्थानीय मजदूरों को भी काम में लगाने पर मामला शांत हुआ। इसके बाद पोल्ट्री फार्म के मुर्गा को मारने की प्रक्रिया शुरू हुई। कुल 11 टीम में आठ टीम को क¨लग व दो को जांच में लगाया गया है। प्रत्येक टीम में एक पशुपालन विभाग के पदाधिकारी, दो कर्मी व दो मजदूरों को लगाया गया है। मारने के बाद मुर्गा को मिंट्टी में गाड़ दिया गया।
प्रखंड कार्यालय परिसर में बने कंट्रोल रूम में अनुमंडल पदाधिकारी बंका राम, प्रखंड विकास पदाधिकारी सुरेंद्र उरांव, अनुमंडल पशुपालन पदाधिकारी डाक्टर उमाकांत ¨सह व प्रखंड सहायक अरुण झा को शामिल किया गया है। अनुमंडल पदाधिकारी व प्रखंड विकास पदाधिकारी पूरे मामले पर नजर रखे हुए थे। बताया कि नष्ट मुर्गा व मुर्गियों की संख्या व ग्रामीणों की रिपोर्ट जमा होने के बाद मुआवजा देने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी जाएगी।