साइबर अपराधियों के पास एटीएम कार्ड गिरवी रखने वाले दो गिरफ्तार
गोड्डा बैंक में खाता खुलवाकर साइबर अपराधियों को अपना एटीएम प्रतिमाह दस हजार में गिरवी रखन
गोड्डा : बैंक में खाता खुलवाकर साइबर अपराधियों को अपना एटीएम प्रतिमाह दस हजार में गिरवी रखने वाले तथा अपने बैंक के खाते में ठगी के रुपये हस्तांतरित कराने के आरोप में दो युवक को पुलिस ने सोमवार को धर दबोचा। दोनों ही आरोपित शहर के असनबनी मुहल्ले के रहने वाले हैं। पुलिस ने गिरफ्तार युवक से तीन एटीएम कार्ड, तीन मोबाइल व तीन बैंक पासबुक बरामद किया है।
दरअसल, एक्सिस बैंक की शिकायत के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए असनबनी पोस्टमार्टम रोड निवासी युवक सरताज अंसारी और राजीव अंसारी को गिरफ्तार किया है। पुलिस पूछताछ में युवकों ने बताया कि देवघर बलथर व जयपुर के साइबर अपराधियों के साथ मिलकर एक्सिस व एसबीआई बैंक में खाता खुलवाया था। इसके बाद मिले एटीएम कार्ड को साइबर अपराधियों के पास प्रति माह दस हजार रुपये में गिरवी रखा था। पुलिस गिरफ्त में आए दोनों ही आरोपित पिछले छह माह से ठगी के इस खेल में जुड़े हुए थे। बैंक के निर्देश पर पुलिस अवर निरीक्षक कृष्ण कुमार ने तकनीकी सेल की मदद से इसकी गहराई से जांच की थी। जिसके बाद पीएसआई कृष्णा कुमार, अमित अभिषेक, टेक्निकल सेल के निशांत कुमार व सुरज कुमार सहित अन्य पुलिस कर्मियों ने छापेमारी की थी।
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वर्जन
शहर के सिनेमाहाल समीप स्थित एक्सिस बैंक के शाखा प्रबंधक ने पुलिस को सात-आठ बैंक खाता धारक के नाम और बैंक ब्यौरा उपलब्ध कराया था। इनकी लेनदेन को देख शंका हुई थी। जिसके बाद सभी खाता को फ्रीज किया गया था। इसके बाद असनबनी के दो युवकों को गिरफ्तार किया गया। जिन्होंने साइबर अपराध में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है। यह सरगना देवघर जिले का रहने वाला है।
अशोक कुमार सिंह, नगर निरीक्षक सह थाना प्रभारी इनसेट
देवघर व जामताड़ा के साइबर ठग फिर से हुए सक्रिय गोड्डा : गोड्डा जिले में हाल के दिनों में देवघर व जामताड़ा के साइबर अपराधी ने अपनी सक्रियता बढ़ाई है। हालांकि, इस दौरान कई साइबर ठग पुलिस की गिरफ्त में भी आ चुके हैं। बीते डेढ़ साल में जिला पुलिस ने देवघर, जामताड़ा व दुमका सहित अन्य स्थानों के 19 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। जिसमें अधिकतर बाहरी हैं। ताजा मामले से यह बात साबित हो रहा है कि जिला में साइबर अपराधी पांव पसारने की जुगत में हैं। जिस पर पैनी नजर रखी जा रही है।