बच्चों के पालन-पोषण में मां-पिता की भूमिका अहम
गोड्डा बच्चों के पालन- पोषण एवं संरक्षण में माता एवं पिता की अहम भूमिका होती है। बच्चे सबस
गोड्डा : बच्चों के पालन- पोषण एवं संरक्षण में माता एवं पिता की अहम भूमिका होती है। बच्चे सबसे ज्यादा करीब अपने माता- पिता के करीब रहते हैं। अत: उनके साथ दोस्ताना व्यवहार करें। उनकी मनोभावना का सम्मान करें एवं उनकी बातों को सुनें। उन्हें अच्छे बुरे की पहचान करना सिखाएं। ये बातें संरक्षण पदाधिकारी ओम प्रकाश ने गुरुवार को पोड़ैयाहाट प्रखंड के बक्सरा पंचायत भवन में कोविड-19 वैश्विक महामारी से बचाव एवं बाल संरक्षण पर आयोजित कार्यशाला को संबोधित करते हुए कही।
इसके अलावा बाल विवाह, बाल श्रम, बाल तस्करी, बाल दुर्व्यवहार, बाल शोषण, ड्रॉप आउट, बाल संरक्षण से संबंधित सरकारी कल्याणकारी योजनाओं से उन्हें आच्छादित करने संबंधित विषयों पर पंचायत स्तरीय कार्यक्रम कर ग्रामीणों को जागरूक किया गया।
जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी रितेश कुमार ने मानव तस्करी, बाल संरक्षण, गुड टच व बेड टच के बारे में बताया। कहा कि यदि आपके क्षेत्र में अनाथ, परित्यक्त एवं संकटग्रस्त परिस्थितियों में रह रहे जरूरतमंद बच्चे हों तो उसके विषय में ग्राम बाल संरक्षण समिति में चर्चा करें एवं विभाग को सूची उपलब्ध कराएं ताकि उनकी सहायता की जा सके ।
पंचायत के मुखिया हेमंत कुमार ने बाल विवाह, बाल तस्करी, बाल मजदूरी आदि समस्याओं के निराकरण को लेकर जनप्रतिनिधि, प्रशासन, विभाग एवं आमजन सभी को एकसाथ मिलकर काम करने की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने कहा कि विकसित समाज के निर्माण के लिए बच्चों का शिक्षित होना आवश्यक है।
कार्यशाला में क्षेत्र के जनप्रतिनिधि, सेविका, एएनएम, सहिया, विद्यालय प्रबंधन समिति के प्रतिनिधि, बाल संसद के प्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता एवं अन्य शामिल थे। सभी प्रतिभागियों को जिला प्रशासन की ओर से मास्क वितरित किया गया। कार्यक्रम में भाग लेने से पूर्व सभी को सैनिटाइज किया गया।