अवैध खनन पर नहीं लग रहा लगाम, प्रशासन विफल
गोड्डा: जिले में एनजीटी कि अवधि समाप्त होने के दौरान ही जिले के अधिकांश बालू घाट कि बंद
गोड्डा: जिले में एनजीटी कि अवधि समाप्त होने के दौरान ही जिले के अधिकांश बालू घाट कि बंदोबस्ती भी समाप्त हो चुकी है। इसके बाद भी बड़े पैमाने पर बिहार के चालान से जिले में अवैध रूप से बालू का खनन व परिवहन हो रहा है। जबकि गोड्डा, पोड़ैयाहाट, पथरगामा प्रखंड व हनवारा थाना क्षेत्र के बालू माफिया ट्रैक्टर के जरिए बालू का अवैध खनन व परिवहन कर सरकार को राजस्व का चूना लगा रहे हैं। पुलिस प्रशासन, अंचल व खनन विभाग अवैध कारोबार को रोकने में असफल साबित रहा है। जबकि रात तीन बजे से दिन भर मुफस्सिल, पोड़ैयाहाट व पथरगामा थाना क्षेत्र कई घाट से बालू का अवैध खनन व परिवहन किया जा रहा है। कई जगह अवैध डंप भी किये हुए हैं जहां ट्रक व हाइवा से बालू को बिहार भेजा जा रहा है जहां मैनेज का खेल चलता है। पोड़ैयाहाट के शिवनगर, त्रिवेणी, तेलियाटीकर, पसई, देबंधा, बड़गांव, मुफस्सिल के जमनी, नेमोतरी, सैदापुर,दुबराजपुर, दरघट्टी, हरिप़ुर, पथरगामा के उरकुसिया, सनानत, बिसाहा, कोरका से प्रतिदिन लगभग पांच सौ ट्रैक्टर बालू कि अवैध रूप से ढुलाई सुबह तीन से दिनभर हो रही है। जहां इन बालू को डंप कर रात में हाइवा व ट्रक से तस्करी कर बिहार भेजा जा रहा है। कई मौके पर हाइवा व ट्रक मालिक बिहार के चालान को दिखाते है। इस संबंध में जिला खनन पदाधिकारी मेधनाथ टूडू ने बताया कि जिले में फिलहाल कोई वैध बालू घाट नहीं है जिसके चालान पर बालू उठाया जा सके। जिस नदी से भी बालू उठ रहा है पूरी अवैध है। जिस पर खनन विभाग लगातार छापेमारी कर रही है। वहीं बताया जाता है आनेवाले समय में पोड़ैयाहाट के पसई व एक अन्य बालू घाट से बालू का उठाव शुरू हो सकता है जिसको ले प्रकिया चल रही है।