बसंतराय में नहीं थम रहा अवैध बालू का उठाव
भले ही स्थनीय प्रशासन दावा करे कि अबैध बालू का उठाव बन्द है लेकिन हकीकत यह है कि दिन रात चोरी की बालू से करोड़ो का भवन निर्माण किया जा रहा है
बसंतराय : अवैध बालू उठाव के खिलाफ पुलिस प्रशासन की लगातार कार्रवाई के बाद भी यह गोरखधंधा थमने का नाम नहीं ले रहा है। यहां दिन रात चोरी के बालू बाहर टपाए जा रहे हैं। और तो और अब चोरी के बालू से सरकारी भवनों का भी निर्माण किया जा रहा है। बसंतराय थाना से 2 किमी की दूरी पर पकरिया गांव में बन रहे औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान जो करोड़ों रुपये की लागत से बनाना है, में गेरुवा नदी का बालू चोरी छिपे खपाया जा रहा है। बसंतराय बीडीओ ने बीते दिनों शौचालय निर्माण को लेकर नदी से बालू उठाव का आदेश किया है। इसकी आड़ में अब व्यापक पैमाने पर बालू की तस्करी की जा रही है। बीडीओ ने 24 अप्रैल तक ही उठाव का अंतिम समय दिया था लेकिन अभी तक उस आदेश को दिखाकर बालू उठाया जा रहा है और डंप किया जा रहा है। गेरुवा नदी के उरकुसिया घाट, परसिया व सनोर घाट से दिन रात बालू का उठाव हो रहा है। हालात यह है सड़क के किनारे बसे गरीब परिवार जग कर रात गुजरते हैं। प्रशासन इसकी रोकथाम में दिलचस्पी नहीं ले रहा है। दरअसल उरकुसिया घाट भले ही पथरगामा थाना में हो लेकिन बालू जब निकलता है तो वह बसंतराय थाना के महेशपुर गांव से होकर गुजरता है। बालू माफिया से सांठगांठ कर पुलिस इस गोरखधंधे को नजरअंदाज करती रही है। विगत कुछ दिन पूर्व बालू माफियाओं ने पुलिस के साथ भी मारपीट की थी। महेशपुर के पास बालू माफियाओं ने अपनी गाड़ी पुलिस से मुक्त करा लिया था। वहीं पुलिस वाहन को भी नुकसान पहुंचाया गया था लेकिन इस घटना के दोषियों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। महज एक गाड़ी को जब्त कर थाना लाया गया। हाल के दिनों में बसंतराय क्षेत्र में अवैध बालू कारोबार तेजी से फल-फूल रहा है। गेरुवा के किनारे बसे लोगो को इस भीषण गर्मी में पानी की समस्या उत्पन्न हो गई है और उसपर अत्यधिक बालू उठाव के चलते जलस्त्रोत खत्म हो रहा है। ग्रामीणों ने पुलिस अधीक्षक से अविलंब बालू उठाव पर रोक की मांग की है। इधर जिला खनन पदाधिकारी मेघलाल मुर्मू ने बताया कि बालू तस्करी के खिलाफ जिले भर में टास्क फोर्स की ओर से कार्रवाई की जा रही है। बसंतराय के पकरिया गांव में अवैध बालू डंप मामले में जांच कर कार्रवाई की जाएगी।