2.35 लाख परिवारों को मिलेगा आयुष्मान भारत का लाभ
गोड्डा : जिले के अंत्योदय व पीएच कार्डधारी दो लाख 35 हजार परिवारों को आयुष्मान भारत योजना
गोड्डा : जिले के अंत्योदय व पीएच कार्डधारी दो लाख 35 हजार परिवारों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ मिलेगा। योजना के तहत लाभुक परिवार को पांच लाख रुपए तक का इलाज चिन्हित सरकारी व निजी अस्पतालों में मुफ्त मिलेगा। 23 सितंबर को इस योजना की शुरुआत की गई थी। इन सात दिनों में प्रशासन ने 13 सरकारी व निजी अस्पतालों से करार किया है। ये बातें उपायुक्त किरण कुमारी पासी ने कही। वह शनिवार को अपने कार्यालय कक्ष में पत्रकारों को जानकारी दे रही थी। कहा कि योजना का लाभ लेने के लिए मरीज को अपना राशन कार्ड व आधार कार्ड संबंधित अस्पताल में ले जाना होगा। अस्पताल में आरोग्य मित्र मिलेंगे जो कागजी प्रक्रिया पूरी करेंगे। योजना के तहत मरीज का संपूर्ण इलाज मुफ्त होगा। अगर इसके बाद भी कोई अस्पताल प्रबंधन राशि की मांग करता है तो उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। मरीज के इलाज का पैसा बीमा कंपनी व राज्य स्वास्थ्य समिति देगी। उपायुक्त ने कहा कि आने वाले दिनों में और छह अस्पतालों को शामिल किया जाएगा। मौके पर उपस्थित सिविल सर्जन डा. रामदेव पासवान ने बताया कि योजना का लाभ लाभुक को अस्पताल में भर्ती होने पर मिलेगा। ओपीडी में इस सेवा का लाभ नहीं मिलेगा। मौके पर आयुष्मान भारत के नोडल पदाधिकारी डा. पीएन दर्वे, अतिरिक्त जन संपर्क पदाधिकारी नियाज अहमद, डीएसओ विवेक सुमन, डीएसडब्ल्यूओ रेखा कुमारी आदि उपस्थित थे।
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इन अस्पतालों में मिलेगी सुविधा : जिला सदर अस्पताल गोड्डा, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पथरगामा, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पोड़ैयाहाट, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सुंदरपहाड़ी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र महागामा, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बोआरीजोर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मेहरमा, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र घटियारी, द पोड़ैयाहाट मर्सी हास्पिटल सोसाइटी, सनराइज हास्पिटल बेबी केयर, गोड्डा हास्पिटल प्राइवेट लिमिटेड, संजीवनी हास्पिटल व लाइफ केयर हास्पिटल शामिल है।
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पोषण माह के तहत 6600 हुई गतिविधि : उपायुक्त किरण कुमारी पासी ने बताया कि ¨सतबर माह को पोषण माह के रूप में मनाया गया। जिले के नौ बाल विकास परियोजना के तहत कुल 1791 आंगनबाड़ी केंद्रों में अलग - अलग कार्यक्रम आयोजित किए गए। इन गतिविधियों में मुख्यत: पोषण पर चर्चा, पोषण रैली, पोषण जुलूस, विवाह का सही समय, संस्थागत प्रसव आदि शामिल है। उपायुक्त ने कहा कि इन गतिविधियों में लगभग एक लाख 65 हजार महिलाएं शामिल हुई। पोषण माह के तहत विशेषकर महिलाओं को जागरूक किया गया कि कौन सा आहार सेवन करने से पोषण मिलता है। कोई बीमार किन कारणों से होता है और कैसे इससे बचा जा सकता है। इसकी जानकारी दी गई। पोषण माह का समापन जिलेभर में शनिवार को कार्यक्रम आयोजित किया गया।