अफगानिस्तान में फंसे मजदूरों की सुध नहीं
संवाद सहयोगी,खोरीमहुआ : झारखंड के मजदूरों का लगातार पलायन जारी है। राज्य अलग होने के
संवाद सहयोगी,खोरीमहुआ : झारखंड के मजदूरों का लगातार पलायन जारी है। राज्य अलग होने के बाद भी झारखंड सरकार पलायन को रोकने में विफल रही है। विदेशों और देश के अन्य राज्य जैसे हैदराबाद, गुजरात, दिल्ली, मुंबई व पंजाब में भी प्रवासी मजदूरों की मौत हो चुकी है। सरकार ऐसे प्रवासी मजदूरों के आश्रितों की भी सुध नहीं ले रही है । रविवार को धनवार के गांधी चौक स्थित पार्टी कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान धनवार के विधायक राजकुमार यादव ने उक्त बातें कही। कहा कि आज अफगानिस्तान में सात मजदूर फंसे हैं जिनका बीते छह माह से कोई अता पता नहीं है। सरकार आज तक कोई पता नहीं कर सकी है कि ये मजदूर ¨जदा भी हैं या नहीं। आज इन मजदूरों के परिवारों को सरकार ने मुआवजा और नौकरी नहीं देने की ठान रखी है। विदेशों में मजदूर प्रतिदिन मारे जा रहे हैं। गुजरात मॉडल के नाम पर मोदी सत्ता में आए लेकिन उसी गुजरात में ¨हदी भाषियों पर जुल्म ढाया जा रहा है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि प्रवासी मजदूरो का सर्वे कर मजदूरों का निबंधन एवं इंश्योरेंस कराकर मजदूरों को मिलनेवाला सरकारी लाभ दिलाया जाय। धनवार के बादीडीह के बिनोद यादव, तिसरी के नरेश यादव, बगोदर के नसरुद्दीन अंसारी एवं मनसाडीह के एक युवक की मौत क्रमश: जोडेन, गुड़गांव तथा पंजाब में हो गई है। भाकपा माले इन तमाम मुद्दों को लेकर धनवार में प्रतिवाद मार्च निकालकर पुतला दहन करेगी। प्रखंड सचिव किशोरी अग्रवाल, सुरेंद्रचंद वर्मा, मनोज यादव, मुकेश ठाकुर, हुरो दास, रंजीत रजक आदि उपस्थित थे।