एक बार फिर खराब हुआ मोटर, जलापूर्ति ठप
जागरण संवाददाता, गिरिडीह: सीसीएल की जलापूर्ति व्यवस्था चार दिन की चांदनी फिर अंधेरी रात वाली कहाव
जागरण संवाददाता, गिरिडीह: सीसीएल की जलापूर्ति व्यवस्था चार दिन की चांदनी फिर अंधेरी रात वाली कहावत को चरितार्थ कर रही है। यहां के चानकों में लगे मोटरों के जलने या खराब होने के कारण क्षेत्र में जलापूर्ति ठप होना आम बात हो गई है। बार-बार मोटर के खराब होने से सीसीएल के कर्मी और पदाधिकारी भी संदेह के घेरे में हैं। करीब 15 दिन पूर्व मरम्मत कराकर बालो¨डगा चानक में लगाया गया मोटर बुधवार को एक बार फिर खराब हो गया। इससे पपरवाटांड़ स्थित सीसीएल कर्मियों के आवासों के साथ-साथ कैलीबाद, बालो¨डगा, पपरवाटांड़ बस्ती आदि गांव-मोहल्लों में जलापूर्ति ठप हो गई है। क्षेत्र में पानी के लिए हाहाकार मच गया है। करीब 10 हजार की आबादी इससे प्रभावित हो रही है। गत माह मोटर जलने के कारण भयंकर जल संकट झेले लोगों को एक बार फिर पानी के लिए जहां-तहां भटकने को विवश होना पड़ रहा है। इसे लेकर लोगों में सीसीएल प्रबंधन के प्रति रोष है।
मनीष मंडल ने कहा कि मोटर जलने व खराब होने का सिलसिला लंबे समय से चल रहा है, जो थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक बार मोटर के खराब होने पर इसकी मरम्मत में 15-20 दिन का समय लग जाता है। इस बीच क्षेत्र में पूरी तरह जलापूर्ति ठप हो जाती है। मरम्मत में भी हजारों रुपये खर्च होते हैं। इसके बाद भी अधिक दिन तक मोटर नहीं टिकता है।
अमित कुमार ने कहा कि बार-बार मोटर खराब क्यों होता है, यह समझ से परे है। मोटर मरम्मत के नाम पर खानापूर्ति कर पैसे की बंदरबाट की जाती है, जिस कारण यह बनने के कुछ ही दिन बाद जवाब दे देता है। प्रबंधन को इसे गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच करानी चाहिए। बचन यादव ने कहा कि क्षेत्र के लोग सीसीएल की जलापूर्ति पर ही निर्भर है। ऐसे में जलापूर्ति ठप होने पर पानी की व्यवस्था करने में लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है, लेकिन सीसीएल प्रबंधन को इससे कोई सरोकार नहीं है। यही वजह है कि आए दिन जलापूर्ति ठप होती रहती है।
खराबी नहीं आई, जलने से बचाने के लिए बंद किया गया मोटर: इधर, सीसीएल के फोरमैन इम्तियाज अंसारी ने बताया कि मोटर में कोई बड़ी खराबी नहीं आई है। उसका बुश घिस गया है। इस स्थिति में मोटर चलाने पर यह जल सकता है, इसलिए इसे बंद कर दिया गया है। इसे एक-दो दिन में ठीक कर जलापूर्ति शुरू कर दी जाएगी। इस पर लोगों का कहना है कि हाल ही में मोटर की मरम्मत कराई गई है। इसके बाद भी इतनी जल्दी बुश कैसे खराब हो गया। जब मोटर की मरम्मत की जा रही थी उसी समय यदि इसे सही से चेक कर बुश को बदल दिया गया होता तो आज यह स्थिति उत्पन्न नहीं होती।