संयम, उत्साह और जोश पर उपद्रवियों ने फेरा पानी
जागरण संवाददाता गिरिडीह रविवार को सुबह के 11 बजे हैं। हर सरकारी तथा राजनीतिक व गैर राजनीतिक आयोजनों का प्रमुख स्थल शहर के झंडा मैदान में सैकड़ों लोगों की भीड़ लगी है। आगंतुकों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। सभी के हाथों में तिरंगा लहरा
गिरिडीह : रविवार को सुबह के 11 बजे हैं। हर सरकारी तथा राजनीतिक व गैर राजनीतिक आयोजनों का प्रमुख स्थल शहर के झंडा मैदान में सैकड़ों लोगों की भीड़ लगी है। आगंतुकों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। सभी के हाथों में तिरंगा लहरा रहा है और जुबां पर भारत माता की जय, वंदे मातरम, हिन्दुस्तान हमारा है जैसे नारे हैं। भीड़ बढ़ने के साथ नारों का शोर भी बढ़ता जा रहा है। भाजपा के अलावा विभिन्न धार्मिक व सामाजिक तथा छात्र संगठनों के नेता व कार्यकर्ता सहित आम लोग मैदान में इकट्ठा हो रहे हैं। देखते ही देखते मैदान में हजारों की भीड़ जमा हो गई है।
करीब दोपहर के 12 बजे वहीं से शुरू होती है एनसीआरए और सीएए के समर्थन में तिरंगा यात्रा। यात्रा में शामिल हजारों लोग हाथों में तिरंगा थामे और नारा लगाते आगे बढ़ते हैं। किसी भी अनहोनी से निपटने और सुरक्षा व्यवस्था को ले पुलिस के जवान भी साथ चलते हैं। अंबेडकर चौक होते हुए यात्रा टावर चौक पहुंचती है। वहां से फिर बायीं ओर मुड़कर वकालत खाना से आगे बढ़ते हुए जिला परिषद कार्यालय तक पहुंचती है। वहां से मकतपुर, कालीबाड़ी, पदम चौक, स्टेशन रोड, गांधी चौक होते हुए बड़ा चौक पहुंचती है। बड़ा चौक में यात्रा कुछ देर रुकती है। फिर वहां से चलकर नगर थाना तक यात्रा पहुंच गई है। यात्रा में शामिल लोगों के उत्साह में कोई कमी नहीं। सभी उत्साह और जोश से लबरेज एनसीआरए व सीएए के समर्थन में नारेबाजी करते हुए आगे बढ़ते जा रहे हैं। पूरे अनुशासन और संयम के साथ अपने गंतव्य की ओर आगे बढ़ रहे हैं। रोड किनारे बैठे फुटपाथी दुकानदारों, राहगीरों और शहरवासियों को कोई परेशानी न हो, इसका भी सभी पूरा ख्याल रख रहे हैं। सभी की मंशा एक और वह है सीएए और एनसीआर के समर्थन में अपनी एकजुटता दिखाना और लोगों को इसकी वास्तविकता से अवगत कराना। यह भी संदेश देना कि इससे हिन्दुस्तान के किसी भी नागरिक को कोई खतरा नहीं है। चाहे वह हिदू हो, मुस्लिम हो, सिख हो या फिर इसाई। किसी को भी इससे डरने की आवश्यकता नहीं है।
नगर थाना से आगे बढ़कर यात्रा गद्दी मोहल्ल की ओर मुड़ती है। वहां से यात्रा को आगे बढ़ते हुए मुस्लिम बाजार के पास आकर निकलना है। इसी के साथ प्रशासन का सुरक्षा घेरा भी मजबूत हो जाता है। यात्रा आगे बढ़ रही है। लोग अपनी चाल में चलते हुए पदम चौक तक पहुंच चुके हैं। यात्रा को पुन: झंडा मैदान पहुंच संपन्न होना है, लिहाजा पदम चौक के बाद सभी का रुख झंडा मैदान की ओर होता है। यात्रा में शामिल करीब 90 फीसद लोग झंडा मैदान पहुंच चुके हैं। इसी बीच पदम चौक से आगे पुल के पास कुछ अराजक तत्व यात्रा में शामिल लोगों पर पथराव कर देता है। इसी के साथ भगदड़ मच जाती है। प्रशासनिक महकमा भी सकते में आ जाता है। शहर की दुकानों के शटर गिरने लगते हैं। चंद मिनट में ही मकतपुर, कालीबाड़ी, मुस्लिम बाजार, बड़ा चौक आदि जगहों की दुकानें बंद हो जाती हैं। पदम चौक, टावर चौक, काली बाड़ी चौक पर पुलिस के जवान मोर्चा संभाल लेते हैं। सुरक्षा की ²ष्टिकोण से आने-जाने वाले लोगों को रोकते हुए दूसरे रास्ते से निकले की सलाह पुलिस के जवान देते हैं। मीडिया कर्मी भी खबर संकलन करने के साथ-साथ अपने सामाजिक दायित्व का निर्वहन भी करते हैं। राहगीरों को संवेदनशील मोहल्लों में नहीं जाने और सुरक्षित रास्ते से निकलने में मदद करते हैं। माहौल बिगड़ने की सूचना पाकर उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा, पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र कुमार झा भी स्थिति को नियंत्रित करने पहुंच लोगों को समझाने-बुझाने में जुट गए हैं।
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