जीर्णोद्धार के तीन माह बाद ही धंसने लगी मेड़
संवाद सहयोगी, गांडेय (गिरिडीह): गांडेय प्रखंड के तेलझारी नाला में जीर्णोद्धार के तीन माह ब
संवाद सहयोगी, गांडेय (गिरिडीह): गांडेय प्रखंड के तेलझारी नाला में जीर्णोद्धार के तीन माह बाद ही तालाब की मेड़ धंसने लगी है। लघु ¨सचाई विभाग द्वारा 48 लाख की लागत से इसका जीर्णोद्धार कराया गया था। अब पानी का लगातार घट रहा स्तर किसानों के लिए ¨चता का सबब बना है।
तेलझारी नाला में तालाब जीर्णोद्धार के समय चारों ओर लगभग साढ़े आठ फीट मिट्टी का कटाव और मेड़ का पुनर्निर्माण किया जाना था। तालाब के मेड़ पर अत्यधिक जमा हुए पानी की निकासी के लिए बने कुएं को भी तोड़कर उसका गुणवत्तापूर्ण निर्माण किया जाना था, लेकिन धरातल पर प्राक्कलन के अनुरूप कुछ भी कार्य नहीं हुआ। ग्रामीण बालेश्वर राय, सचिन राय आदि ने बताया कि तालाब में आठ के स्थान पर महज पांच फीट के लगभग ही मिट्टी का कटाव किया गया है। इस कारण तालाब की गहराई कम हुई है। तालाब के पुराने मेड़ पर ही ऊपर से मिट्टी डाल दी गई। इससे मेड़ के भीतर लगे पाइपों की बगल में गोफ बना रह गया। अब मेड़ लगातार धंस रहा है और उससे नियमित पानी का बहाव जारी है। कुएं में बोल्डर का प्रयोग कर सीमेंट से उसे चिकना कर दिया गया, इस कारण कुएं से भी पानी रिस रहा है।
शिकायत पर भी नहीं हुई कार्रवाई: ग्रामीण सचिन राय ने कहा कि तालाब निर्माण में गड़बड़ी को लेकर डीसी , डीडीसी समेत अन्य पदाधिकारियों के साथ-साथ विधायक को भी पत्र भेजकर इसकी जानकारी देते हुए गड़बड़ी पर रोक लगाने की मांग की गई थी। इसके बावजूद प्रशासनिक पदाधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों ने इसकी सुध नहीं ली।
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तालाब जीर्णोद्धार कार्य में गड़बड़ी की जानकारी नहीं है। ठेकेदार से बात कर टूट रहे मेड़ की मरम्मत कराई जाएगी।
श्रीकांत पांडेय, एसडीओ लघु ¨सचाई विभाग गिरिडीह।