giridhi Crime News पंचायत सचिव की हत्या मामले में नामजद श्रवण चकाई से गिरफ्तार
गिरिडीह के घोर उग्रवाद इलाका भेलवाघाटी के पंचायत सचिव विजय की हत्या स्वास्थ्य सहिया राधिका देवी के साथ चल रहे अवैध संबंध के कारण हुई थी। इस हत्या के पीछे उसके पूर्व प्रेमी राजू यादव की नाराजगी ही थी। जिसने अपने सहपाठियों के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया था।
संवाद सहयोगी,खोरीमहुआ(गिरिडीह) : पुलिस ने भेलवाघाटी के जगसीमर गांव के पंचायत सचिव विजय भदानी हत्याकांड के आरोपित श्रवण राय को रविवार की देर शाम गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। वह बीते दो साल से इस मामले में फरार चल रहा था। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य सहिया राधिका देवी के साथ पंचायत सचिव का अवैध संबंध था। जिस वजह से उसका पूर्व प्रेमी नाराज चल रहा था। उसने अपने सहपाठियों के साथ मिलकर उसकी हत्या की थी।
सोमवार को एसडीपीओ मुकेश कुमार महतो ने जानकारी देते हुए बताया कि पंचायत सचिव से राधिका का अवैध संबंध की वजह से उसका पूर्व प्रेमी राजू यादव नाराज था। राजू ने अपने सहपाठियों के साथ मिलकर पंचायत सचिव को अगवा कर कालीपहाड़ी ले गया था। जहां उसकी हत्या कर दी गई थी। इस हत्या को अंजाम देने में भेलवाघाटी के जगसीमर गांव के राजू यादव, बरमसिया की स्वास्थ्य सहिया राधिका देवी तथा तिसरी के रमकू हासंदा को घटना के कुछ ही दिन बाद गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था जबकि इस घटना में शामिल अन्य लोग भी शामिल थे। इस मामले में गिरफ्तार राजू यादव के स्वीकारोक्ति बयान में नाम सामने आने के बाद टीम गठित कर उग्रवाद प्रभावित इलाके में छापेमारी अभियान चलाकर पंचायत सचिव की हत्या में शामिल चकाई के सिमराढाब के श्रवण राय को रविवार की देर शाम को गिरफ्तार किया। सोमवार को उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। इस मामले में फरार चल रही तीन अन्य आरोपित जो बिहार चकाई के रहने वाले हैं उनकी गिरफ्तारी होनी बाकी है। उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है। रविवार को हुई छापेमारी टीम में भेलवाघाटी थाना प्रभारी प्रशांत कुमार, एएसआइ बुद्धिनाथ मार्डी, हवलदार श्यामजी सिंह, मसकलद टोप्नो, मलईय बाउरी, किती, पूरनचंद सिंह, विद्यानंद कुमार आदि शामिल थे। एसडीपीओ ने बताया कि टीम में शामिल पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया जाएगा।
अगस्त 2020 में हुई थी हत्या : आठ अगस्त 2020 को भेलवाघाटी के पंचायत सचिव विजय भदानी का अगवा कर लोगों ने उसकी हत्या कर दी थी। घटना के बाद मृतक के भाई सुखदेव राम भदानी ने अज्ञात के खिलाफ भेलवाघाटी थाना में आवेदन दिया था। मामला उग्रवाद प्रभावित इलाके का था। बावजूद त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने घटना के दूसरे दिन शव को बरामद कर लिया था।