शव के साथ मार्ग अवरुद्ध करने का विरोध
जमुआ (गिरिडीह) : प्रखंड के गोलोडीह के कुछ ग्रामीण बुधवार को गोलोडीह और सेवयटांड़
जमुआ (गिरिडीह) : प्रखंड के गोलोडीह के कुछ ग्रामीण बुधवार को गोलोडीह और सेवयटांड़ की सीमा पर पुराने रास्ते से ही शव को पार करने की बात पर अड़ गए। गोलोडीह की मृतका दखवा देवी (55) पति किशुन दास के शव को विवादित जमीन के पास रखकर रास्ता अवरुद्ध करने का विरोध जताने लगे। मामले की सूचना पाकर थाना प्रभारी केदारनाथ प्रसाद, अवर निरीक्षक पी खाका, आरएन ¨सह, संदीप एक्का, योगेंद्र यादव, उमेश कुमार आदि सदलबल वहां पहुंचे। काफी समझाने पर भी ग्रामीण शव को अंतिम संस्कार के लिए पुराने रास्ते से ले जाने की बात पर अड़े रहे। बाद में बीडीओ विनोद कुमार कर्मकार और अंचल अधिकारी रामबालक कुमार भी वहां पहुंचे और ग्रामीणों की पीड़ा सुनी। ग्रामीणों ने बताया कि वर्षों से इसी रास्ते से वे लोग आ-जा रहे हैं। रास्ते का कुछ भाग रैयती जमीन भी पड़ता है। रैयती जमीन मालिकों में से अधिकांश ने रास्ते के लिए अपनी जमीन छोड़ दी है, जबकि उसी रास्ते के आसपास की थोड़ी सी जमीन स्थानीय र जाक अंसारी ने खरीदी है। रजाक ने रास्ते की जमीन पर आनन-फानन में कच्चा मकान का निर्माण कर डाला है। ग्रामीणों का कहना है कि रास्ता की थोड़ी सी जमीन अवरुद्ध कर देने से रास्ता बंद हो गया है। उनलोगों को इससे काफी परेशानी होगी। सीओ ने रजाक से उसके द्वारा बनाए गए मकान की जमीन के कागजात मांगा, लेकिन वह घर मे मौजूद नही था। उक्त अधिकारियों ने ग्रामीणों को समझाया कि इस मसले का निराकरण वे सभी गुरुवार को बैठकर करेंगे अभी रास्ते के बगल स्थित खाली जमीन से होकर शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाएं। करीब ढाई घंटे की बातचीत के बाद ग्रामीणों ने अधिकारियों की बात मानी।