सेवानिवृत्त शिक्षकों से ली जाएगी सेवा, रोज मिलेंगे पांच सौ रुपये
जासं, गिरिडीह: सूबे के मुख्य सचिव समेत सभी विभागों के प्रधान सचिवों ने गिरिडीह में संचालित योजनाओं क
जासं, गिरिडीह: सूबे के मुख्य सचिव समेत सभी विभागों के प्रधान सचिवों ने गिरिडीह में संचालित योजनाओं की समीक्षा वीडियो संवाद के जरिए की। कहा कि जिस योजना में प्रगति धीमी है, उसमें गति लाई जाए। जिस विभाग के कार्यों में प्रगति धीमी थी, उस विभाग के अधिकारियों को फटकार भी लगी।
इस क्रम में निर्देश दिया गया कि जिस स्कूल की परीक्षा का परिणाम खराब होता है, या फिर जिस स्कूल में किसी विषय के शिक्षक नहीं हैं, वहां स्थानीय सेवानिवृत्त शिक्षकों को अस्थायी रूप से पढ़ाने के लिए रखा जाए। उन्हें प्रतिदिन 500 रुपये के हिसाब से मानदेय देने की भी व्यवस्था की जाए। इस बार की मैट्रिक परीक्षा में जिस स्कूल का परिणाम खराब होगा, उस स्कूल के प्रधानाध्यापकों पर कार्रवाई भी की जा सकती है।
हर हाल में सीसीटीवी की निगरानी में होगी परीक्षा: निर्देश दिया गया कि सभी अपने-अपने जिले में मैट्रिक परीक्षा केंद्र का निर्धारण करें। यह सुनिश्चित करें कि सभी परीक्षा केंद्रों में सीसीटीवी कैमरा लगा हो। जहां पूर्व से लगा हो और खराब हो, उसे ठीक कराएं और जहां नहीं लगा हो वहां लगवाएं। हर हाल में इस बार मैट्रिक की परीक्षा सीसीटीवी की निगरानी में होगी।
आयुष्मान योजना में गिरिडीह से बेहतर इनपुट नहीं: स्वास्थ्य विभाग के अधीन संचालित आयुष्मान भारत की समीक्षा करते हुए पूछा गया कि अभी तक जिले में कितने निजी अस्पतालों को इस योजना के लिए इनरॉल किया गया है। गिरिडीह से इनपुट बेहतर नहीं आ रहा है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को इस योजना का लाभ ज्यादा से ज्यादा लाभुकों को दिलाने के लिए सख्त निर्देश दिया गया।
जिले को खुले में शौच से मुक्त होने की घोषणा तो कर दी गई है, लेकिन शत-प्रतिशत उपयोगिता प्रमाणपत्र सरकार को उपलब्ध नहीं हो सका है। इसके लिए भी सख्त हिदायत दी गई। बैठक में जिले से उपायुक्त नेहा अरोड़ा समेत सभी विभागों के अधिकारी मौजूद थे।