चुनाव ड्यूटी में पाकुड़ भेजने पर बिफरे पारा शिक्षक
टी में पाकुड़ भेजने का कर रहे थे विरोध जमकर काटा बवाल दो घंटे तक बाधित रही ट्रेनिग पुलिस के पहुंचने पर शांत हुआ मामला जागरण संवाददाता गिरिडीह चुनाव ड्यूटी में पाकुड़ भेजने का जिले के पारा शिक्षकों ने विरोध किया है। इसे लेकर
गिरिडीह : चुनाव ड्यूटी में पाकुड़ भेजने का जिले के पारा शिक्षकों ने विरोध किया है। इसे लेकर सोमवार को प्रशिक्षण लेने आए पारा शिक्षकों ने
मकतपुर उच्च विद्यालय में जमकर बवाल काटा। करीब दो घंटे तक पारा शिक्षक विरोध जताते रहे। पुलिस और विभागीय पदाधिकारियों के पहुंचने के बाद सभी शांत हुए। हंगामा के कारण प्रशिक्षण भी बाधित हुआ।
पाकुड़ जाने से किया इंकार : प्रशिक्षण लेने आए पारा शिक्षकों ने कहा कि उन लोगों को गिरिडीह के साथ-साथ पाकुड़ में भी चुनाव ड्यूटी में लगा दिया गया है। जिले के 400 पारा शिक्षकों को पाकुड़ भेजा जा रहा है, जबकि एक भी सरकारी कर्मी व शिक्षक को वहां नहीं भेजा जा रहा है। पाकुड़ जाने के लिए सभी के नाम से पत्र भी निर्गत कर दिया गया है। दूसरे जिला में चुनाव कराने जानेवाले कर्मियों को काफी परेशानी होती है। कोई सुविधा और व्यवस्था भी नहीं दी जाती है। ऐसी स्थिति में अपने जिला के पदाधिकारियों का मोबाइल ऑफ हो जाता है या फिर वे फोन रिसीव नहीं करते हैं। इसलिए एक भी पारा शिक्षक यहां से चुनाव कराने पाकुड़ नहीं जाएंगे।
अनहोनी होने पर परिवार को नौकरी देने की मांग रहे थे गारंटी : पारा शिक्षक प्रदीप कुमार, नागेश्वर महतो, कपिल देव सिंह, विनय मिश्रा आदि ने कहा कि सरकारी शिक्षकों को 60 हजार रुपया वेतन दिया जाता है, लेकिन उन्हें चुनाव कराने पाकुड़ नहीं भेजा जा रहा है। चुनाव ड्यूटी के दौरान पारा शिक्षकों के साथ किसी तरह की घटना और उनकी मौत होती है तो उनके परिवार को नौकरी देने की गारंटी सरकार दे। वे इसका लिखित आश्वासन उपायुक्त से मांग रहे थे। कहा कि यह लिखित आश्वासन मिलेगा तभी पारा शिक्षक यहां से पाकुड़ जाएंगे।
पुलिस की सख्ती पर नरम हुए पारा शिक्षक : हंगामे की सूचना मिलने पर नगर थाना प्रभारी आदिकांत महतो पुलिस बल के साथ वहां पहुंचे। उन्होंने पारा शिक्षकों को अपनी मांग को लिखकर देने और शांतिपूर्वक प्रशिक्षण लेने की बात कही, लेकिन पारा शिक्षक कुछ सुनने को तैयार नहीं थे। जिला शिक्षा अधीक्षक अरविद कुमार ने भी सभी को समझाने का प्रयास किया, लेकिन पारा शिक्षक अपनी जिद पर अड़े रहे। इसे देखते हुए पुलिस ने थोड़ी सख्ती दिखाई। थाना प्रभारी ने कहा कि चुनाव को ले अभी आचार संहिता लगी है। आपलोग इस तरह हंगामा करना बंद करें और प्रशिक्षण लें। इस तरह का हंगामा बर्दाश्त नहीं होगा। डीएसई कुमार व एपीओ अभिनव सिन्हा ने भी सभी को समझा-बुझाकर शांत किया। कहा कि आप लोग अपनी मांग लिखकर दें। इसे उपायुक्त तक पहुंचा दिया जाएगा, लेकिन प्रशिक्षण को बाधित न करें। प्रशिक्षण बाधित करना आपके हित में नहीं होगा। इसके बाद पारा शिक्षक शांत हुए और प्रशिक्षण लेने हॉल में गए।
दो घंटे विलंब से शुरू हुआ प्रशिक्षण : प्रशिक्षण का समय दोपहर 12-3 बजे तक निर्धारित था, लेकिन पारा शिक्षकों के हंगामा और विरोध के कारण दो घंटा विलंब से प्रशिक्षण प्रारंभ हुआ।