जमीन विवाद में हिसक झड़प, चार महिलाएं समेत 15 लोग जख्मी
बिरनी (गिरिडीह) जमीन पर घर बनाने को लेकर माखमरगो में मंगलवार की सुबह दो गुटों के ब
बिरनी (गिरिडीह) : जमीन पर घर बनाने को लेकर माखमरगो में मंगलवार की सुबह दो गुटों के बीच हिसक झड़प हो गई। इसमें चार महिला समेत 15 लोग जख्मी हो गए। भूदान में मिली जमीन पर बनी झोपड़ी को तोड़ने से बवाल हुआ। करीब चालीस मिनट तक दोनों गुटों के बीच जमकर लाठी-डंडा चला। धारदार हथियार से भी हमला किया गया। इससे दोनों गुटों के लोग लहूलुहान हो गए। एक गुट से चार महिला समेत ग्यारह लोग एवं दूसरे गुट से चार लोग जख्मी हो गए। गांव के प्रबुद्ध लोगों ने बीच-बचाव कर किसी तरह मामले को शांत कराया। सभी जख्मियों को उनके स्वजन इलाज के लिए बिरनी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. ताजुद्दीन ने प्राथमिक उपचार के बाद सभी को सदर अस्पताल गिरिडीह रेफर कर दिया। स्वजन उन्हें पीएमसीएच धनबाद ले गए। सूचना पर थाना के अवर निरीक्षक विपिन कुमार बिरनी अस्पताल पहुंचे व जख्मियों से घटना की जानकारी ली। माखमरगो देवघर रांची मुख्य मार्ग पर अवस्थित है। सड़क किनारे की एक जमीन को लेकर सरयू दास एवं अब्दुल रसीद व मुस्लिम अंसारी के बीच विवाद चल रहा था। सरयू दास का कहना था कि वह जमीन उसके स्वजनों को वर्ष 1989 में भूदान में मिली थी। लगभग दो माह से झोपड़ी लगाकर स्वजन के साथ वह वहां रह रहा था। इसी जमीन पर अब्दुल रसीद हाफिज व उनके स्वजन घर बनाने के लिए आए। उनलोगों ने उनकी झोपड़ी को तोड़ दिया और मारपीट करने लगे। किसी तरह अपने स्वजनों के साथ भागकर वह थाना पहुंचा। इधर अब्दुल का कहना था कि उसने उस जमीन को मुस्लिम अंसारी से वर्ष 2005 में खरीदी थी। वे जमीन पर भवन निर्माण करने मंगलवार को पहुंचे थे। इसी बात पर विवाद हो गया। देखते ही देखते वहां खूनी संघर्ष शुरू हो गया। इस झड़प में सरयू दास के पक्ष से सरयू के अलावा गुलाबी देवी, मुंद्रिका देवी, उमाशंकर दास, प्रदीप दास, मिथुन दास, लाड़ो देवी, कौशल्या देवी, तुलसी रविदास, मन्नू दास एवं कृष्णा दास जख्मी हो गए। इधर अब्दुल रसीद के पक्ष से अब्दुल के अलावा इशाक अंसारी, मंजर अंसारी एवं इदरीश अंसारी जख्मी हो गए। झड़प की सूचना कुछ लोगों ने बिरनी थाना पुलिस को दी। पुलिस अस्पताल पहुंची व घटना की जानकारी ली। थाना प्रभारी संतोष कुमार ने बताया कि दोनों पक्ष से लोग जख्मी हुए हैं जिनका इलाज चल रहा है। आवेदन नहीं मिला है। फिलहाल विवादित जमीन पर निषेधाज्ञा लगा दी गई है। आवेदन मिलते ही कार्रवाई होगी।
----------------संपादन-अविनाश प्रसाद।