28 से होगी मध्यमा व मदरसा की परीक्षा
- प्रशासन ने पूरी की तैयारी शांतिपूर्वक कदाचार मुक्त परीक्षा संपन्न कराने के लिए उपायुक्त ने
- प्रशासन ने पूरी की तैयारी, शांतिपूर्वक कदाचार मुक्त परीक्षा संपन्न कराने के लिए उपायुक्त ने पदाधिकारियों को दिए निर्देश
जागरण संवाददाता, गिरिडीह : जिले में 28 अक्टूबर से मदरसा (वास्तनिया, फौकानिया, मौलवी) और मध्यमा परीक्षा प्रारंभ होगी। जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग ने परीक्षा को लेकर सारी तैयारी पूरी कर ली है। इसके लिए कुल 23 केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें 8 केंद्र जिला मुख्यालय तथा 15 केंद्र प्रखंडों में हैं। सात नवंबर तक परीक्षा चलेगी। प्रतिदिन दो पालियों में परीक्षा चलेगी। प्रथम पाली का समय सुबह 9:45 बजे से दोपहर एक बजे तक। द्वितीय पाली का समय दोपहर बजे से शाम सवा पांच बजे तक है। उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने परीक्षा को लेकर दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं। सभी को शांतिपूर्ण माहौल में कदाचारमुक्त परीक्षा संपन्न कराने का निर्देश दिया है।
पांच हजार से अधिक परीक्षार्थी देंगे परीक्षा : जानकारी के अनुसार मदरसा और मध्यमा के कुल 5233 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे, जिनमें मध्यमा के 1973 और मदरसा के 3260 परीक्षार्थी शामिल हैं।
उपायुक्त ने उच्च न्यायालय एवं झारखंड परीक्षा अधिनियम 2001 के आदेश के आलोक में गश्ती दंडाधिकारी, स्टेटिक दंडाधिकारी एवं विशेष न्यायिक दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की है। कहा गया कि परीक्षा से संबंधित प्रश्न पत्रों के पैकेट्स झारखंड अधिविध परिषद 26 से 27 अक्टूबर तक कोषागार कार्यालय में उपलब्ध कराएगा। पैकेट्स को कोषागार पदाधिकारी 27 अक्टूबर तक सभी प्रतिनियुक्त गश्ती दंडाधिकारियों को हस्तगत कराएंगे। गश्ती दंडाधिकारी पैकेट्स को जिले के विभिन्न प्रखंडों के निर्धारित राष्ट्रीय कृत बैंकों में रखवाएंगे। विशेष न्यायिक दंडाधिकारी की भूमिका में रहेंगे एसडीओ : परीक्षा को लेकर गिरिडीह, बगोदर-सरिया, डुमरी एवं खोरीमहुआ के एसडीओ को विशेष न्यायिक दंडाधिकारी प्रतिनियुक्त किया गया है। सभी को परीक्षा अवधि तक मुख्यालय में ही रहने का निर्देश मिला है। जिला नजारत उप समाहर्ता को आवश्यकतानुसार वाहन उपलब्ध कराने की जिम्मेवारी मिली है।