जमीन से साजिश देख रुक गई दीवार
संवाद सहयोगी बिरनी (गिरिडीह) रविवार सुबह पलौंजिया गांव में देवी मंडप की चारदीवारी निमा
संवाद सहयोगी, बिरनी (गिरिडीह): रविवार सुबह पलौंजिया गांव में देवी मंडप की चारदीवारी निर्माण का कार्य ग्रामीणों ने शुरू कराया ही था कि बिरनी सीओ अशोक राम और थाना प्रभारी शर्मानंद सिंह वहां पहुंच गए और निर्माण कार्य पर रोक लगा दी। सीओ का कहना था कि यह जमीन किसी और की है, यहां चारदीवारी बनने नहीं दिया जाएगा। फिर क्या था, निर्माण कार्य पर रोक लगने से ग्रामीण आक्रोशित हो गए। ग्रामीणों ने जानना चाहा कि ऐसा किसके आदेश पर किया जा रहा है। ग्रामीणों ने कहा कि बिना नोटिस दिए कार्य को बंद कराना ठीक नहीं है। लिखित आदेश नहीं मिला तो वे चारदीवारी निर्माण कार्य पुन: शुरू कर देंगे।
ग्रामीणों का कहना था जिस जमीन पर कुल देवी का मंडप है वह सैकड़ों वर्ष पुरानी है। वह स्थल सर्वे खतियान में खास गैर मजरुआ है। इस जमीन का फर्जी कागजात बनाकर गांव के अनूप सिन्हा और अश्विनी सिन्हा ने गांव के चुरामन दास और बिरनी के रमेश बैठा को बेच दी है। ग्रामीणों ने जब वहां चारदीवारी देनी शुरू की तो उन दोनों ने ही थाना और सीओ को फोन पर इसकी सूचना दी। उनके कहने पर ही निर्माण कार्य को बंद करा दिया गया। ग्रामीणों ने कहा कि सीओ इस जमीन की जांच कर फर्जी कागजात को खारिज करें अन्यथा ग्रामीण कानून को हाथ में लेने को मजबूर होंगे।
मौके पर ग्रामीण रामू महतो, बालगोविद महतो, चंद्रकांत वर्मा, मनोज वर्मा, बबलू वर्मा, विनोद वर्मा, राजकुमार दास, धुमन रविदास, अशोक वर्मा, प्रकाश दास, रंजीत दास, लव वर्मा, आदि थे।
उधर चुरामन दास ने कहा कि सिन्हा परिवार से 11 कट्ठा जमीन उन्होंने खरीदी है। ग्रामीण उनकी जमीन का अतिक्रमण कर चारदीवारी देने लगे, तब उन्होंने सीओ और थाना को सूचना दी। कहा कि हम भी पलौंजिया के ही निवासी हैं। ग्रामीण जब किसी तरह के सार्वजनिक कार्य के लिए कोई बैठक करते हैं तो उसमें उन्हें कभी बुलाया नहीं जाता है। सार्वजनिक कार्य के लिए वह हर समय सहयोग करते हैं। सीओ क्या कहते हैं : सीओ ने कहा कि थाना प्रभारी ने उन्हें इस बात की सूचना दी थी। स्थल पर वह थाना प्रभारी के साथ पहुंचे और ग्रामीणों से वार्ता कर कहा कि वे जिस जमीन पर दावा कर रहे हैं उस जमीन का मूल कागजात पेश करें। तब तक के लिए कार्य को बंद रखें। ग्रामीणों ने कार्य को उसी वक्त बंद भी कर दिया।