Move to Jagran APP

भूख से मौत के लिए सरकार जिम्मेदार : बाबूलाल

डुमरी (गिरीडीह) : राज्य की सत्ता पर बैठी सरकार जब गरीबों को भरपेट भोजन मुहैया कराने

By JagranEdited By: Published: Fri, 08 Jun 2018 08:11 PM (IST)Updated: Fri, 08 Jun 2018 08:11 PM (IST)
भूख से मौत के लिए सरकार जिम्मेदार : बाबूलाल
भूख से मौत के लिए सरकार जिम्मेदार : बाबूलाल

डुमरी (गिरीडीह) : राज्य की सत्ता पर बैठी सरकार जब गरीबों को भरपेट भोजन मुहैया कराने में भी असमर्थ रहती है, तो ऐसी सरकार को सत्ता में बने रहने का अधिकार नहीं है इसलिए के राज्य के मुखिया को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।

loksabha election banner

ये बातें पूर्व मुख्यमंत्री सह झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने कही। वे शुक्रवार को रांची से गिरिडीह जाने के क्रम में चैनपुर पंचायत के मंगरगड्डी पहुंचे और भूख से हुई मंगरगड्डी निवासी सावित्री देवी की मौत की जानकारी परिजनों से ली।

उन्होंने कहा कि यह राज्य के लिए शर्म की बात है कि जो राज्य विविध खनिज संपदाओं से परिपूर्ण हो वहां कोई भूख से मर जाए। भूख से मौत होना इस सरकार में कोई नई बात नहीं है। इसके पहले भी कई मौतें भूख से हो चुकी हैं, लेकिन

सरकार इन मौतों को जब बीमारी से हुई मौत बताकर अपने को गरीबों का सबसे बड़ा रहनुमा बताती है तो बड़ा ही हास्यास्पद व आश्चर्य होता है। सरकार यदि चाहे तो एक पखवाड़े के अंदर योजनाओं का लाभ किसे मिलना चाहिए और किसे नहीं मिलना चाहिए, इसका सर्वे कर सकती है, लेकिन सरकार योजनाओं का लाभ जरूरतमंदों को देना चाहती ही नहीं है। यदि मृतका को सरकारी योजनाओं का लाभ मिलता तो वह जिन्दा रहती। एक तो अधिकारी गलत रिपोर्ट सरकार को दे रहे हैं दूसरे सरकार के मंत्री विपक्ष को धमका रहे हैं कि विपक्ष इस पर राजनीति कर रहा है। कहा कि किसी गरीब पीड़ित परिवार के हक व अधिकार की बात करना गुनाह है तो गुनाह ही सही। सरकार के अधिकारी कहते हैं कि मृतका को बीमारी थी, जिसका इलाज रांची के रिम्स में हुआ है, लेकिन परिजन इसे साफ नकार रहे हैं। सरकार मृतका के परिजनों का स्वास्थ्य व हिमोग्लोबिन की जांच करा ले सच्चाई खुद-ब-खुद सामने आ जाएगी। मृतका के घर के स्थिति व परिजनों की शारीरिक अवस्था देख कोई भी कह सकता है कि मौत भूख से ही हुई होगी।

उन्होंने मामले में गलत रिपोर्ट देने वाले व मौत के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के विरूद्ध कार्रवाई की मांग की है। एक सवाल के जवाब में कहा कि बैंक के लोग गरीबों से सीधे मुंह बात नहीं करते हैं। इसके पूर्व उन्होंने मृतका के पुत्रों व बहुओं से घटना की जानकारी ली। साथ ही घर की वस्तुस्थिति से भी अवगत हुए। मृतका के पुत्रों से उसके रोजगार के बारे में पूछा। उन्होंने पीड़ित परिवार से श्राद्धकर्म की तिथियों की जानकारी ली। इस दौरान पार्टी के केन्द्रीय उपाध्यक्ष लक्ष्मण स्वर्णकार, नुनूलाल मरांडी, जिलाध्यक्ष महेश राम, सुरेश साव, प्रखंड अध्यक्ष जलालुद्दीन अंसारी आदि उपस्थित थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.