30 लाख टन उत्पादन से दूर होगा घाटा : जीएम
गिरिडीह : गिरिडीह कोलियरी को लाभ में लाने के लिए पूरा प्रयास किया जा रहा है। इसे घाट
गिरिडीह : गिरिडीह कोलियरी को लाभ में लाने के लिए पूरा प्रयास किया जा रहा है। इसे घाटा से उबारना है। ये बातें बी एंड के एरिया के जीएम राम विनय ¨सह ने कही। जीएम शनिवार को पपरवाटांड़ में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोलियरी को घाटे से उबारने के लिए प्रति वर्ष 30 लाख टन कोयला का उत्पादन और डिस्पैच करना होगा। एक सच्चाई यह भी है कि अगर यहां कोयला का इतना उत्पादन और डिस्पैच होता है, तो कोयला का भंडार तेजी से खत्म होगा और अगले तीन साल में कोलियरी बंद होने की स्थिति में आ जाएगी। कहा कि उत्पादन और डिस्पैच को लेकर सीएमपीडीआइ से पीआर बनवाया जाएगा। कहा कि गिरिडीह कोलियरी में उत्पादन के लिए पर्याप्त मशीन उपलब्ध है।
कायाकल्प योजना के तहत हुए कार्यों में बरती गई अनियमितता के संबंध में जीएम ने कहा कि इसकी जांच के लिए कमेटी गठित कर दी गई है। साथ ठेकेदार के भुगतान पर रोक लगा दी गई है। जांच में दोषी पाए जाने वालों पर कार्रवाई होगी। एक सवाल के जवाब में कहा कि यहां के अधिकारियों ने हो रहे कार्यों पर सही से निगरानी नहीं रखी। पदाधिकारी के स्तर से भी इसमें लापरवाही बरती गई है। जांच में दोषी पाए जाने वाले ऐसे लापरवाह अधिकारी भी नहीं बख्शे जाएंगे।