गिरिडीह-जामताड़ा मार्ग गोवंश तस्करी का सेफ जोन बना
गांडेय(गिरिडीह) झारखंड राज्य में गोवंश हत्या पर प्रतिबंध है। गोवंश की हत्या पर लगाम लग
गांडेय(गिरिडीह) : झारखंड राज्य में गोवंश हत्या पर प्रतिबंध है। गोवंश की हत्या पर लगाम लगाने के लिए पुलिस प्रशासन लगातार कार्रवाई कर रही है। इसके बावजूद राज्य में गोवंश की तस्करी जारी है। इन दिनों गिरिडीह-जामताड़ा मुख्य मार्ग गोवंश पशु तस्करी का सेफ जोन बना है। बिहार के बख्तियारपुर समेत अन्य जिलों के हाट से गोवंशीय पशुओं की खरीदारी कर बंगाल के आसनसोल समेत अन्य जिलों में ले जाते हैं। वहीं बंगाल से पुन: बांग्लादेश तक इसकी तस्करी की जाती है। बेंगाबाद, गांडेय, अहिल्यापुर, ताराटांड़ पुलिस कई बार पशु तस्करी के वाहन जब्त कर पुलिस ने इसका पर्दाफाश किया है। प्रशिक्षु आइपीएस हारिस बिन जमां ने इस सड़क पर गोवंशीय तस्करी को काफी हद तक लगाम लगाने का काम किया। उनके नेतृत्व में बीते दो माह में तस्करी को जा रहे लगभग 150 पशुओं को जब्त किया गया है। वहीं पांच लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। पुलिस की लगातार कार्रवाई से तस्करी में कमी आई है।
बिहार से बंगाल और फिर बांग्लादेश तक होता है कारोबार : बिहार के बख्तियारपुर मेला समेत अन्य हाटों से पशु तस्कर पशुओं को कम दाम में खरीदारी करते हैं। गोपालन के नाम पर एक ही वाहन में क्षमता से अधिक लोड कर दिया जाता है। बिहार से झारखंड के रास्ते बंगाल तक लेकर जाते हैं। झारखंड में गो हत्या पर प्रतिबंध है। इसके लिए रात के अंधेरे में छुपते-छुपाते पशुओं को ले जाया जाता है। वहीं बंगाल में पशु तस्करी पर प्रतिबंध नहीं है। बंगाल के रास्ते बड़ी ही आसानी से उसे बांग्लादेश तक सप्लाई किया जाता है।
केस स्टडी : 1 : प्रशिक्षु आइपीएस के नेतृत्व में गांडेय पुलिस ने बीते 18 नवंबर की आधी रात को गिरिडीह-जामताड़ा मुख्य मार्ग के धोबियामोड़ में छापेमारी कर पशु तस्करी कर ले जा रहे एक एलपी ट्रक को जब्त किया था। जांच के क्रम में ट्रक में कुल 21 मवेशी लदे मिले। उनमें 13 भैंस, एक गाय व सात भैंस का बच्चा लदा मिला था।
केस स्टडी दो : बीते 28 नवंबर की आधी रात को पुलिस को गिरिडीह जामताड़ा मुख्य मार्ग पर बड़े पैमाने पर पशु तस्करी की गुप्त सूचना मिली थी। इसपर विशेष टीम गठित कर गांडेय व अहिल्यापुर पुलिस ने संयुक्त रूप से पंदनियां मोड़ के पास छापेमारी कर मवेशियों से लदा दो ट्रक व तीन पिकअप वैन को जब्त किया गया। उनमें 47 गाय, 34 गाय का बछड़ा, पांच भैंस और तीन भैंस का बच्चा लदा मिला था।
केस स्टडी : 3 : प्रशिक्षु आइपीएस सह गांडेय थाना प्रभारी हारिस बिन जमां ने खुद बीते 29 नवंबर की रात को महुदामोड़ से छापेमारी कर मवेशियों से लदे एलपी ट्रक को जब्त किया। ट्रक में 10 भैंस, चार गाय, मवेशियों के दस जीवित बच्चा व 3 मृत बच्चा मिला था। बख्तियारपुर मेला से खरीद कर बंगाल ले जाया जा रहा था। पुलिस ने ओवरलोड के कारण ट्रक को रोककर जांच की जिसपर पशु तस्करी का खुलासा हुआ।