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Giridih news पूर्व माओवादी कमांडर के घर पहुंचे मंत्री, झामुमो में कराया शामिल

माओवादी में सब जोनल कमांडर के पद पर रहे नागेश्वर ने ने आखिरकार झामुमो का दामन थाम लिया। उसे पार्टी में शामिल कराने के लिए शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो खुद उसके घर पहुंचे थे। मंत्री ने कहा की समाज के भटके लोगों को पार्टी में लाकर दिया जाएगा उचित समान।

By Gautam OjhaEdited By: Published: Tue, 20 Sep 2022 09:58 PM (IST)Updated: Tue, 20 Sep 2022 09:58 PM (IST)
माओवादी में सब जोनल कमांडर नागेश्वर को माला पहनाकर पार्टी में शामिल करते मंत्री।

जागरण टीम, गिरिडीह/डुमरी : भाकपा माओवादी के पूर्व सब जोनल कमांडर नागेश्वर महतो उर्फ नागो सभी मामले से बरी होने के बाद मंगलवार को डुमरी अमरा में झामुमो की सदस्यता ग्रहण की। शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो उसके घर पहुंचकर उसे पार्टी में शामिल कराया। मंत्री ने कहा कि 1932 का खतियान लागू होते ही राज्य के युवाओं के लिए रोजगार के अवसर खुल जाएंगे। सरकार भी भटके हुए लोगों को मुख्यधारा में लाने के लिए प्रयासरत है। नागेश्वर महतो ने झामुमो में शामिल होकर मुख्यधारा में लौटने की इच्छा जाहिर की थी। पार्टी में उनका स्वागत है। इसके पूर्व शोषण के खिलाफ और जन समस्याओं के समाधान के लिए नागेश्वर महतो ने जो काम किया अब वे यही काम झामुमो में रह कर करें।

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उन्होंने कहा कि पारा शिक्षकों का दो माह का मानदेय लंबित है। इसे गंभीरता से लेते हुए मुख्य सचिव को इस संबंध में पत्र निर्गत करने का निर्देश दिया गया है। दशहरा के पहले पारा शिक्षकों को मानदेय भुगतान होगा।  भाजपा के कई विधायक 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति लागू होने पर हमें फोन पर बधाई देते हैं। उन्होंने यहां तक कहा कि यदि सदन में इस मामले पर गुप्त मतदान होता है तो हमलोग समर्थन में मतदान करेंगे। इस पर उन्होंने कहा कि गुप्त क्यों यदि समर्थन करते हैं तो खुल कर सामने आएं। इधर, नागेश्वर महतो ने कहा कि झामुमो में आकर उसे खुशी हुई। वह अपने काम से किसी को भी शिकायत का मौका नहीं देगें।

जानिए कौन है नागेश्वर महतो ः नागेश्वर महतो भाकपा माओवादी संगठन में शुरुआती दौर में डुमरी उत्तरी और दक्षिणी का एरिया कमांडर था। बाद में उसे डुमरी उत्तरी और दक्षिणी क्षेत्र का सब जोनल कमांडर बनाया गया था। इसी पद पर रहते हुए 2011 में उनकी गिरफ्तारी हुई थी। तब से वह जेल में थे। वह गिरिडीह जिला और बेरमो अनुमंडल क्षेत्र की लगभग 45 माओवादी घटनाओं के आरोपित थे। वह सभी मामलों में बरी होकर कुछ दिन पूर्व जेल से रिहा हुए थे। 


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