व्यवसायी ने पांच अपहर्ता को पहचाना
जागरण संवाददाता गिरिडीह अपहरणकांड के आरोपितों पर कानूनी शिकंजा कसने के लिए प
जागरण संवाददाता, गिरिडीह : अपहरणकांड के आरोपितों पर कानूनी शिकंजा कसने के लिए पुलिस के आवेदन पर टीआइपी ( टेस्ट आइडेंटिफिकेशन परेड) कराई गई। इस परेड में व्यवसायी ने पांच लोगों की पहचान की, जबकि एक को नकार दिया। जिसे नहीं पहचाना गया वह आरोपित व्यवसायी हिमांशु मंडल का रिश्तेदार बताया जाता है।
पुलिस ने सीजेएम की अदालत में आवेदन देकर छह गिरफ्तार आरोपितों की पहचान कराने की मांग की थी। न्यायालय ने शनिवार को न्यायिक दंडाधिकारी एडिथ होरो के समक्ष पहचान परेड कराने का आदेश दिया। न्यायिक दंडाधिकारी के समक्ष हिमांशु मंडल ने सेंट्रल जेल में बंद दीपक मंडल, अरबिद मंडल, संजय पंडा, शशि साव और सुकर मंडल की पहचान की। आरोपित विमल मंडल खुशनसीब रहा। उसे रिश्तेदार होने लाभ मिला। पुलिस ने सभी को चतरा जिले के जंगल से गिरफ्तार किया था।
बिरनी थाना क्षेत्र के द्वारपहरी बाजार से 13 सिंतबर को इलेक्ट्रॉनिक्स व हार्डवेयर सामग्री के विक्रेता हिमांशु मंडल को उसकी दुकान से पुलिस वर्दी में आए लोगों ने अगवा कर लिया था। पुलिस की मानें तो हिमांशु जामताड़ा जिला का रहने वाला है। वह साइबर अपराध से काफी संपत्ति बनाई थी। इस बात की सूचना दिल्ली में रह रहे चालक दीपक और अरविद को हुई। हिमांशु के रिश्तेदार ने ही इसकी जानकारी आरोपितों को उपलब्ध कराई थी। हिमांशु द्वारपहरी अपनी ससुराल में कुछ समय से रह रहा है। लूट की योजना बनाकर हिमांशु का अपहरण किया गया था। इसके लिए आरोपितों ने तीन दिनों तक गिरिडीह शहर से लेकर खंडोली डैम तक उसकी जासूसी की। अपहरण के बाद चतरा जिले के एक घने जंगल में ले जा कर उसे रखा। वहीं से फिरौती मांगी जा रही थी। पुलिस ने 24 घंटे के अंदर हिमांशु की सकुशल बरामदगी की थी। साथ ही सभी आरोपितों को गिरफ्तार किया था। पुलिस इस मामले को कमजोर होने नही देना चाहती है।