फर्जी कागजात से जमीन बेचने में कर्मचारी धराया
देवरी/बिरनी : फर्जी कागजात से निजी कंपनी को जमीन की बिक्री करने में आरोपित राजस्व कर्मचार
देवरी/बिरनी : फर्जी कागजात से निजी कंपनी को जमीन की बिक्री करने में आरोपित राजस्व कर्मचारी मनसा सोरेन (महादेवडीह गांडेय निवासी) को देवरी पुलिस ने बिरनी से गिरफ्तार किया है। उसे बुधवार को अदालत में पेश किया, जहां से जेल भेज दिया गया। थाना प्रभारी उत्तम कुमार उपाध्याय ने कहा कि मनसा सोरेन बिरनी अंचल कार्यालय में राजस्व कर्मचारी के रूप में कार्यरत है। उसे बिरनी थाना क्षेत्र के नीमाडीह स्थित आवास से गिरफ्तार किया गया।
-138 एकड़ जमीन बेच ने का आरोप
देवरी अंचल के बैरिया मौजा में 138 एकड़ जमीन का फर्जी कागजात तैयार कर निजी कंपनी को बेच दी थी। इस मामले में पीड़ित बैरिया गांव के बलबीर तुरी ने देवरी थाने में आवेदन दिया था। इसमें जमीन की खरीदी एवं बिक्री करनेवाले मेसर्स जेएसए पावर लिमिटेड के नागेश्वर चौधरी (अशोक नगर रांची), धनबाद के सुदामडीह निवासी मिराज आलम, गो¨वदपुर थाना क्षेत्र के अमलाटांड़ निवासी कुनन शेख, रांगाटांड़ रेलवे कॉलोनी के मनोज कुमार यादव, गिरिडीह नगर थाना क्षेत्र के लक्ष्मी मुहल्ला के नवीन चौरसिया, बुढि़याखाद निवासी शमसुल आलम, जमुआ थाना क्षेत्र के बेहराबाद निवासी राजेश हाजरा, तिसरी थाना क्षेत्र के पहाड़पुर निवासी शिवकुमार ¨सह, देवरी के तत्कालीन सीओ दिलीप महथा, राजस्व कर्मचारी मनसा सोरेन, देवरी थाना क्षेत्र के सिकरुडीह के गेंदालाल ¨सह, महाराज ¨सह, रामप्रसाद ¨सह, शांति देवी, रंजीत ¨सह, बैरिया के लालबिहारी यादव व धनेश्वर मंडल को आरोपित बनाया है। सभी पर फर्जी कागजात बनाकर 138 एकड़ जमीन को निजी कंपनी को बेच देने का आरोप लगाया है। इस मामले में देवरी थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसी को ले आरोपित राजस्व कर्मचारी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया
थाना प्रभारी ने बताया कि काफी समय से राजस्व कर्मचारी सहित अन्य आरोपितों की तलाश थी। राजस्व कर्मचारी के नीमाडीह स्थित आवास में रहने की सूचना मिली। एसआइ प्रशांत कुमार व एएसआइ धंजीव कुमार ¨सह ने छापेमारी कर उसे गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में कुछ अन्य आरोपित फरार हैं। जल्द ही अन्य आरोपित को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
बिना कार्यालय को सूचना दिए गिरफ्तार करना गलत
इधर, बिरनी के राजस्व कर्मचारी मनसा सोरेन की गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही सीओ संदीप मधेशिया ने बिरनी व देवरी पुलिस से बात की। सीओ ने बताया कि किसी भी सरकारी कर्मी व अधिकारी को इस तरह गिरफ्तार करना उचित नहीं है। राजस्व कर्मचारी जरूर पुलिस व कोर्ट की नजर में आरोपित है, लेकिन कोर्ट के नियम का भी पालन करने की जरूरत थी। सबसे पहले विभाग को पत्र दिया जाता कि उनके कार्यालय के राजस्व कर्मचारी आरोपी हैं। वह कोर्ट से जमानत लें। जमानत नहीं लेने पर पुलिस उसे गिरफ्तार करने को बाध्य होती।
-आठ साल था फरार
बिरनी थाना प्रभारी एके मिश्रा ने बताया कि देवरी थाना पुलिस यहां पहुंचे। राजस्व कर्मचारी के विरुद्ध वारंट दिखाया। उस वारंट के आधार पर बिरनी थाना पुलिस के सहयोग से राजस्व कर्मचारी को पुलिस ने पकड़ा है। वह लगभग आठ साल से फरार था।