बिजली कटौती से निजात नहीं, उपभोक्ता परेशान
रिडीह शहर सहित पूरे जिला में बिजली कटौती का दौर जारी है। सरकार के पास बिजली बिल बकाया रहने के कारण अपनी जिद पर अड़ा डीवीसी को उपभोक्ताओं की परेशानियों से कोई सरोकार नहीं है। डीवीसी पर न तो उपभोक्ताओं की गुहार का अस
गिरिडीह : शहर सहित पूरे जिला में बिजली कटौती का दौर जारी है। सरकार के पास बिजली बिल बकाया रहने के कारण अपनी जिद पर अड़ा डीवीसी को उपभोक्ताओं की परेशानियों से कोई सरोकार नहीं है। डीवीसी पर न तो उपभोक्ताओं की गुहार का असर पड़ रहा है और न ही नेताओं के अल्टीमेटम का। लिहाजा उपभोक्ताओं को घंटों तक बिजली से वंचित रहना पड़ रहा है, जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। परीक्षा के सीजन में बिजली के नहीं रहने से बच्चों की पढ़ाई भी बाधित हो रही है।
बता दें कि गुरुवार रात से डीवीसी ने बिजली कटौती शुरू की है, जो अब तक जारी है। शुक्रवार रात करीब एक बजे से शनिवार शाम 4 बजे तक 15 घंटा में 6 घंटा से अधिक बिजली काटी जा चुकी है। इसके अलावा रात में भी कई बार बिजली गुल होगी। बिजली कटौती का असर हर वर्ग के लोगों पर पड़ रहा है। बिजली के अभाव में घरेलू कार्य से लेकर बच्चों की पढ़ाई और व्यवसाय भी प्रभावित हो रहा है। इससे लोग काफी त्रस्त हैं। लोगों का कहना है कि डीवीसी संवेदनशील रवैया नहीं अपना रहा है। सरकार के पास बिल बकाया रहने के नाम पर आम उपभोक्ताओं को परेशानी में डालना कदापि उचित नहीं है। डीवीसी को अविलंब बिजली की कटौती बंद करनी चाहिए। सरकार को भी समस्या का समाधान की दिशा में जल्द पहल करनी चाहिए। अभी बच्चों की परीक्षा चल रही है। पढ़ाई करने के लिए बिजली का रहना जरूरी है, लेकिन पढ़ाई के समय ही बिजली गुल हो जाती है, जिस कारण बच्चे पढ़ नहीं पाते हैं।
बताते चलें कि आम उपभोक्ता डीवीसी से इस तरह घंटों बिजली कटौती नहीं करने की गुहार लगा रहे हैं। झामुमो ने भी अविलंब बिजली कटौती बंद करने की मांग की है। लोड शेडिग बंद नहीं होने पर बड़ा आंदोलन करने की बात कही है। विधायक सुदिव्य कुमार सोनू भी धरना पर बैठ चुके हैं। इसके बावजूद डीवीसी पर कोई असर नहीं पड़ा है। अपनी घोषणा के अनुरूप डीवीसी लगातार लोडशेडिग कर रहा है।