रोक रहे थे घरवाले, मौत कर रही थी लोहारी में इंतजार
रोक रहे थे घर वाले लेकिन मौत कर रही थी लोहारी में इंतजार
जासं, गिरिडीह : चचेरे भाई के तिलकोत्सव में परिवार के साथ खुशी व उत्साह से शरीक होने गए मुकेश को अपनी मौत का तनिक भी अंदेशा नहीं था। तिलकोत्सव में सगे संबंधियों व अपने घरवालों के साथ रात जागकर बिताई और अहले सुबह अपने नाना घर के लिए बाइक से चल दिया। हालांकि उसे व उसकी पत्नी समेत बच्चों को उसकी बड़ी मां ने रुककर शाम तक जाने को कहा था। लेकिन, वह जाने की बात पर अड़ा रहा और रातभर जागने के बाद भी वहां से लोगों के रोकने के बाद भी चल दिया। उसे इस बात का जरा भी एहसास नहीं था कि रास्ते में मौत उसका इंतजार कर रही है। वह गांडेय से गिरिडीह की ओर बढ़ा ही था कि लोहारी के पास पहुंचते ही उसे झपकी आ गई और उसकी बाइक अनियंत्रित होकर सड़क किनारे खजूर पेड़ में जा टकराई। इस टक्कर में उसकी हेलमेट व बाइक पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। सिर में जोरदार चोट लगने से वह अचेत हो गया, जबकि पत्नी पिकी देवी, चार वर्षीय पुत्र सरदम कुमार व तीन वर्षीय बेटी अराध्या मामूली रूप से चोटिल हो गए। जिस बाइक हादसे में मुकेश की मौत हुई, उसी बाइक पर सवार पत्नी व बच्चे हल्की चोट लगी। प्राथमिक उपचार के बाद पत्नी व बच्चे को सिरसिया स्थित घर भेज दिया गया जहां उसकी पत्नी को मुकेश की मौत होने की खबर से काफी देर तक अनभिज्ञ रहना पड़ा। मुकेश काफी दिनों से सिरसिया स्थित अपने नाना विश्वनाथ राय के घर पर ही अपने परिवार के साथ रहता था। गांडेय थाना क्षेत्र के सिंहपुर स्थित पैतृक गांव में अपने बड़े पापा के बेटे डबलू राय का सोमवार की रात तिलकोत्सव कार्यक्रम था। इसी कार्यक्रम में शामिल होने को लेकर वह पड़ोस के दोस्त से बाइक मांगकर अपनी पत्नी व बच्चों के साथ सोमवार को गया था। रात में कार्यक्रम में शामिल होने के बाद मंगलवार को लौटने के क्रम में सड़क हादसे में मौत होने से पूरे परिवार में खुशी का माहौल गम में बदल गया।
- ससुराल, नाना व पैतृक घर में पसरा मातम : सड़क हादसे में मुकेश की मौत होने की भनक लगते ही एक साथ कई स्थानों पर मातम पसर गया। सूचना मिलते ही उसके ससुराल ताराटाड़ थाना क्षेत्र के खुटरी गांव में शोक की लहर दौड़ गई। सास-ससुर समेत ससुराल के अन्य सदस्य रोते बिलखते अस्पताल पहुंचे। मुकेश की शादी पांच साल पूर्व पिकी के साथ हुई थी। इधर सिरसिया स्थित नाना घर में नाती की सड़क हादसे में हुई मौत से पूरा परिवार शोक में डूब गया है। पैतृक गांव सिंहपुर में इस घटना की सूचना मिलते ही घर में तिलकोत्सव के बाद होनेवाले खुशी का माहौल एक पल में मातम में बदल गया।