साइबर कैफे संचालक को लगाया चूना
किसी कंपनी में फार्म भरने के बाद उसका शुल्क ऑनलाइन जमा करवाने आए दो युवकों ने दुकान संचालक को पचास रूपये के बदले तेईस हजार रूपये का चूना लगा दिया। साइबर ठगी के शिकार हुआ दुकान संचालक संजय कुमार सिंह बगोदर थाना क्षेत्र के खंभरा गांव का रहने वाला है और बगोदर थाना के बगल में कम्प्यूटर दुकान संचालित करता है। पीड़ित युवक बुधवार को साइबर थाना
गिरिडीह : किसी कंपनी में फॉर्म भरने के बाद उसका शुल्क ऑनलाइन जमा करवाने आए दो युवकों ने दुकान संचालक को पचास रुपये के बदले तेईस हजार रुपये का चूना लगा दिया। घटना 29 नवंबर की है। टाइम्स जॉब्स डाट कॉम नामक साइट से साइबर कैफे संचालक संजय कुमार सिंह को अपने खाते से राशि देने का अनुरोध किया। प्रोसेस में सर्विस एरर बताने के बाद युवक चले गए। घटना का पता तब चला जब साइबर संचालक अपने किसी ग्राहक को पैसा भेजने लगे। उनके अकाउंट में मात्र 151 रुपये बचे थे।
साइबर ठगी का शिकार हुआ दुकान संचालक संजय कुमार सिंह बगोदर थाना क्षेत्र के खंभरा गांव का रहनेवाला है। वह बगोदर थाना के बगल में कम्प्यूटर दुकान संचालित करता है।
पीड़ित युवक बुधवार को साइबर थाना पहुंचकर ठगी की शिकायत दर्ज कराते हुए सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस को सौंपा है। घटना के संबंध में पीड़ित ने बताया कि एक दिसंबर को दो युवक थाना के बगल स्थित संजय कम्प्यूटर नामक मेरी दुकान पर आए और बोला कि एक कंपनी का फार्म भरे हैं लेकिन मेरे खाते से पेमेंट जमा नहीं ले पा रहा है। दोनों ने ऑनलाइन बैंकिग के माध्यम से शुल्क के तौर पर पचास रुपये पेमेंट करने का आग्रह किया। उनलोगों के आग्रह के आधार पर अपने खाते से पेमेंट करने का प्रयास किया लेकिन पेमेंट एक्सेप्ट नहीं हुआ। वे दोनों वहां से चले गए। उनलोगों के जाते ही मेरे मोबाइल पर किसी भी प्रकार का एसएमएस आना बंद हो गया। तीन दिसंबर को अपने एक पार्टी को मोबाइल से पैसा ट्रांसफर करने लगा तो बायलेंस नहीं बताया। जब खाता को चेक किया गया तो खाते से तेइस हजार रुपये गायब पाया और मात्र एक सौ इक्यावन रुपये खाते में शेष बचने दिया।
पीड़ित का खाता भारतीय स्टेट बैंक की शाखा में है और उसके खाते से टपाई गई राशि को कोटेक महिद्रा की नोएडा शाखा की एक खाते में हस्तांतरित किया गया है। पीड़ित युवक साइबर ठगी की घटना से एसबीआई के स्थानीय शाखा को अवगत कराया लेकिन बैंक ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। इसके बाद साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज करने को लेकर आवेदन व सीसीटीवी फुटेज दिया है। साइबर पुलिस सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है।