दो सप्ताह में भी रामगढ़ जेल नहीं पहुंचा रिलीज
डाक विभाग की लापरवाही का एक जीता जागता उदाहरण सामने आया है।सेंट्रल जेल से दो सप्ताह पूर्व भेजी गई रिलीज रामगढ़ नही पहुँचा है।सेंट्रल जेल गिरिडीह से बीते 27 जून को दो बंदी का रिलीज रजिस्टर्ड पोस्ट से रामगढ़ जेल भेजी गई थी।
गिरिडीह: डाक विभाग की लापरवाही का एक जीता जागता उदाहरण सामने आया है। सेंट्रल जेल से दो सप्ताह पूर्व भेजी गई रिलीज रामगढ़ नहीं पहुंची है। सेंट्रल जेल गिरिडीह से 27 जून को दो बंदियों की रिलीज रजिस्टर्ड पोस्ट से रामगढ़ जेल भेजी गई थी जो गुरुवार तक वहां नहीं पहुंची थी। इसका खमियाजा बंदी भुगत रहा है।
हीरोडीह थाना क्षेत्र के नीमाडीह के सुरेंद्र राम को न्यायालय से जमानत मिलने के बाद 26 जून को बंधपत्र दाखिल किया गया था। न्यायालय ने उसी दिन सेंट्रल जेल गिरिडीह में रिलीज भेजी थी। उस रिलीज को सेंट्रल जेल प्रशासन ने 27 मई को प्रधान डाकघर गिरिडीह से रजिस्टर्ड पोस्ट से भेजा था जो अब तक रामगढ़ जेल को प्राप्त नहीं हुआ है।
गिरिडीह सेंट्रल जेल में क्षमता से अधिक बंदी होने पर जेल आइजी के आदेश पर ढाई सौ से अधिक बंदियों को दूसरे जेल में शिफ्ट किया गया था। सुरेंद्र राम को अन्य बंदियों के साथ रामगढ़ जेल भेजा गया था। बंदी के अधिवक्ता ज्योतिष कुमार सिन्हा ने बताया कि रिलीज जाने के दो सप्ताह बाद भी बंदी नहीं छूटा है जबकि न्यायालय से रिलीज भेजे जाने के बाद हर हाल में जल्द से जल्द बंदी को छोड़ने का प्रावधान है। आरोपित बंदी को हीरोडीह पुलिस ने बीते 19 मार्च को 20 लीटर देशी शराब के साथ गिरफ्तार किया था। कोरोना संक्रमण के कारण दो माह तक न्यायिक कार्य बंद रहने से उसके मामले में सुनवाई नहीं हो सकी थी। इधर बंदी के घरवाले भी चितित हैं कि किस कारण से वह बाहर नहीं निकल पाया है।