भाकपा माओवादी को बदनाम करने की साजिश
गिरिडीह मनोज चौधरी एवं झरीलाल महतो के जरिए लेवी के पैसे से संपत्ति खड़ा करने के आरो
गिरिडीह : मनोज चौधरी एवं झरीलाल महतो के जरिए लेवी के पैसे से संपत्ति खड़ा करने के आरोप को भाकपा माओवादी पहले ही नकार चुकी है। भाकपा माओवादी के उत्तरी छोटानागपुर जोनल कमेटी के सचिव ने पूर्व में ही प्रेस बयान जारी कर इसका खंडन किया था। बयान में कहा था कि गत 28 जून को दैनिक समाचार पत्रों में खबर प्रकाशित हुई थी कि मनोज चौधरी और झरी महतो को गिरिडीह के एक मुकदमा में रिमांड किया गया है। यह मुकदमा 22 फरवरी 18 को एक गुमनाम पत्र गिरिडीह के एसपी को मधुबन थाना से प्राप्त हुआ था, के आधार पर किया गया है। इस पत्र में उल्लेख था कि नक्सली अजय महतो, नुनूचंद महतो व रामदयाल महतो का लेवी व रंगदारी से वसूला गया रुपये को मनोज चौधरी व झरी महतो निवेश करते हैं, जो सरासर झूठ है। आम जनता अच्छी तरह जानती है कि हमारी पार्टी गरीब मेहनतकश मजदूर किसान की पार्टी है। हम मेहनतकश जनता के स्वार्थ में काम करते है। हम जनता से जो भी चंदा या ठेकेदारों से लेवी लेते हैं, उससे बहुत मुश्किल से पार्टी का काम चलता है। हमारे पास इतना रुपया होता ही नहीं है कि हम किसी के नाम से निवेश करें। जनता को गुमराह करने के उद्देश्य से एलआइसी पालिसी के तहत इस तरह का कुप्रचार शासक व शोषक वर्ग सोची समझी रणनीति के तहत करता है ताकि हमारी पार्टी बदनाम हो। इस तरह के कुप्रचार की हमारी पार्टी भर्त्सना व निदा करती है। साथ ही आम जनता से शीर्षक-शासक वर्ग की ऐसी चालों का भंडाफोड़ करने की अपील करती है।