दोस्तों के साथ बच्चे शुरू करते हैं नशा
उच्च विद्यालय गिरिडीह में नशा पीड़ितों को विधिक सेवाएं एवं नशा उन्मूलन के लिए विधिक सेवा योजना 2015 के अंतर्गत कानूनी जागरूकता सह साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया ।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डालसा सचिव मनोरंजन कुमार ने बताया प्रतिभाएं पैदा नहीं होती उनको बनाया जाता है उन्हें बच्चे खुद बनाते हैं बशर्ते आप के अंदर इस प्रकार का विचार हो। जब तक हम चीजों को समझेंगे नहीं तब तक उसकी जानकारी हमें प्राप्त नहीं होगी। बच्चों को किताबों का सहारा
जागरण संवाददाता, गिरिडीह : उच्च विद्यालय गिरिडीह में नशा पीड़ितों को विधिक सेवाएं एवं नशा उन्मूलन के लिए कानूनी जागरूकता सह साक्षरता शिविर का आयोजन गुरुवार को किया गया। डालसा के सचिव मनोरंजन कुमार ने कहा कि प्रतिभाएं पैदा नहीं होती बल्कि उन्हें बनाया जाता है। उन्हें बच्चे खुद बनाते हैं बशर्ते उनके अंदर इस प्रकार का विचार हो। जब तक हम चीजों को समझेंगे नहीं तब तक उसकी जानकारी हमें प्राप्त नहीं होगी। बच्चों को किताबों का सहारा लेना चाहिए। अच्छी-अच्छी जानकारी किताबों के माध्यम से ही मिल सकती हैं।
नशा की आदत ज्यादातर बच्चे दोस्तों के माध्यम से ही शुरू करते हैं। हमें कभी भी नशा का सेवन नहीं करना चाहिए। नशा हमेशा नुकसान ही करता है। यदि कोई इससे प्रभावित होता है तो दवा के माध्यम से छुटकारा मिल सकता है। नशा करनेवाले के व्यवहार में लगातार काफी बदलाव आता जाता है। पैनल अधिवक्ता कामेश्वर शिव मूर्ति ने बताया कोर्ट में दायर किए जाने के पूर्व मामले को आप जिला विधिक सेवा प्राधिकार के माध्यम से फ्रंट कार्यालय में मामले को समाप्त कराने का प्रयास कर सकते हैं। पैनल अधिवक्ता एके सिन्हा ने बताया कि संविधान से देश चलता है जिसका पालन करना सबों का कर्तव्य है । महिलाओं व बच्चों सबके लिए कानून बना हुआ है। बच्चे आजकल ज्यादा मानसिक तनाव में रहते हैं। बिपिन कुमार यादव ने बताया कि जो जेल में बंद रहते हैं उन्हें मूलभूत कानून जानने की आवश्यकता है। धन्यवाद ज्ञापन प्रभारी प्रधानाध्यापक आनंद कुमार पांडेय ने किया। आज के जागरूकता कार्यक्रम में पीएलवी दिलीप कुमार, अशोक कुमार वर्मा, प्रदीप कुमार एवं विद्यालय के शिक्षक कुमार, पावेल रमन, गौरव कुमार दास, लक्ष्मी कुमारी, श्वेता राव, बबीता कुमारी, सुभाष कुमार, उपेंद्र कुमार राय, रामजीवन राय, विवेक कुमार, अन्य शिक्षकों एवं छात्रों की भूमिका सराहनीय रही।