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छह माह से विकास ठप, विधि व्यवस्था भी चरमराई : बाउरी

झारखंड में छह महीना से विकास पूरी तरह से ठप है। विधि व्यवस्था भी चरमरा गई है। राज्य की हेमंत सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हो रही है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 14 Jul 2020 11:00 PM (IST)Updated: Wed, 15 Jul 2020 06:15 AM (IST)
छह माह से विकास ठप, विधि व्यवस्था भी चरमराई : बाउरी
छह माह से विकास ठप, विधि व्यवस्था भी चरमराई : बाउरी

गिरिडीह : झारखंड में छह महीना से विकास पूरी तरह से ठप है। विधि व्यवस्था भी चरमरा गई है। राज्य की हेमंत सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हो रही है। चुनाव के समय जनता से किए वादों से भी यह मुकर गई है। ये बातें भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के नवमनोनीत प्रदेश अध्यक्ष सह चंदनकियारी विधायक अमर बाउरी ने मंगलवार को गिरिडीह नया परिसदन में प्रेसवार्ता में कही।

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उन्होंने कहा कि कोरोना काल में हेमंत सरकार चुप बैठी है। राज्य में चल रही सारी योजनाएं केंद्र प्रायोजित हैं। केंद्र सरकार देश की 80 करोड़ जनता को मुफ्त अनाज दे रही है। भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी कोरोना काल में गरीबों और जरूरतमंदों को मदद की है, जबकि अन्य दलों के लोग कहीं नजर नहीं आए। राज्य में हत्या, लूट, दुष्कर्म जैसी आपराधिक घटनाओं में रोज वृद्धि हो रही है। नक्सली गतिविधियां भी फिर शुरू हो गई हैं। 6 माह से ट्रेजरी बंद है। कोई भी योजना नहीं चल रही है। राज्य की 3.25 करोड़ जनता भगवान भरोसे है। सत्ता के संरक्षण में राज्य में बड़े पैमाने पर बालू और पत्थर का अवैध कारोबार हो रहा है। सरकार अपनी कमजोरियों को छिपाने के लिए नए-नए शगूफे छोड़ रही है। वर्ष 2014 के बाद रघुवर सरकार ने स्थानीय नीति को परिभाषित कर यहां के युवाओं को नौकरी देना शुरू किया था, लेकिन हेमंत सरकार एक बार फिर स्थानीयता की राग अलापने लगी है। सरकार ने न केवल जनहित की कई योजनाओं को बंद कर दिया है, बल्कि पावर ग्रिड व पावर सब स्टेशनों के काम को भी रोक दिया है। राज्य बहुत बड़े संकट की ओर बढ़ रहा है। इस देखते हुए हमलोगों ने संगठित होकर संघर्ष करने का फैसला किया है।

रोजगार के अभाव में वापस जा रहे प्रवासी मजदूर

पूर्व सांसद डॉ. रवींद्र राय ने कहा कि प्रवासी मजदूर जन जोखिम में डालकर वापस लौटे थे, जो अब फिर महानगरों की ओर जाने लगे हैं। राज्य में रोजगार की वृद्धि नहीं होने के कारण वे वापस जाने को विवश हो रहे हैं। निर्माण कार्य रोजगार के अहम साधन हैं। पूरे राज्य में बालू के लिए हाहाकार मचा है। बालू के अभाव में निर्माण से संबंधित निजी काम भी नहीं हो पा रहे हैं। हमारी सरकार ने छोटे और मध्यम लोगों के लिए बालू फ्री कर दिया था। राज्य में पुन: बालू फ्री हो। साथ ही बालू से कितनी आय हो रही है, सरकार इसका श्वेत पत्र जारी करे। बालू माफियाओं के दबाव के कारण पालोजोरी के बीडीओ ने आत्महत्या कर ली। इस घटना की सीबीआइ जांच होनी चाहिए। मौके पर जमुआ विधायक केदार हाजरा, पूर्व विधायक निर्भय शाहाबादी, जिप उपाध्यक्ष कामेश्वर पासवान, जिलाध्यक्ष महादेव दूबे, संजीत सिंह पप्पू, दीपक स्वर्णकार आदि उपस्थित थे।

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कार्यकर्ताओं ने किया स्वागत

भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा का अध्यक्ष बनने पर विधायक अमर बाउरी पहली बार गिरिडीह पहुंचे। यहां कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। जिप उपाध्यक्ष कामेश्वर पासवान ने कहा कि मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद बाउरी ने सबसे पहले गिरिडीह का दौरा किया। यह हम सभी के लिए गर्व की बात है। इस दौरान उमेश दास, इरफान अंसारी, संजय सिंह, विवेश जालान आदि उपस्थित थे।


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