Move to Jagran APP

आगे हटाता गया अतिक्रमण, पीछे से सजती गईं दुकानें

जागरण संवाददाता गिरिडीह एसडीओ विशालदीप खलको एवं जिला परिवहन पदाधिकारी रोहित कुमार

By JagranEdited By: Published: Sat, 28 Aug 2021 09:10 PM (IST)Updated: Sun, 29 Aug 2021 01:01 AM (IST)
आगे हटाता गया अतिक्रमण, पीछे से सजती गईं दुकानें
आगे हटाता गया अतिक्रमण, पीछे से सजती गईं दुकानें

जागरण संवाददाता, गिरिडीह : एसडीओ विशालदीप खलको एवं जिला परिवहन पदाधिकारी रोहित कुमार सिन्हा के नेतृत्व में शनिवार को शहर में फिर से अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया। कोर्ट रोड से यह अभियान शुरू हुआ जो टावर चौक, काली बाड़ी, पदम चौक, मुस्लिम बाजार, बड़ा चौक होते हुए तिरंगा चौक तक चला। दर्जनों दुकानों को हटाया गया। इधर टीम के लौटने के बाद उनमें से अधिकांश दुकानें शाम को फिर सज गई। एसडीओ खलको ने बताया कि सभी फुटपाथ दुकानदारों को हुट्टी बाजार में दुकान लगाने कहा जा रहा है। इसके बावजूद लोग वहां दुकान नहीं लगा रहे हैं। नोडल पदाधिकारी मंजूर आलम समेत नगर निगम की टीम इस अभियान में शामिल थी। इधर ट्रैफिक इंस्पेक्टर प्रेमरंजन उरांव के नेतृत्व में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया। इस दौरान सड़क किनारे सब्जी, फल व अन्य फुटपाथी दुकानदारों को हटाने का काम किया गया। सुबह ट्रैफिक पुलिस ने अतिक्रमणकारियों को सड़क किनारे से हटाने का काम किया। हटाने के कुछ देर बाद फिर ठेला व खोमचेवालों ने सड़क किनारे दुकान सजा ली। इसकी सूचना मिलने के बाद तुरंत ट्रैफिक इंस्पेक्टर अतिक्रमण हटाने के लिए सड़क पर उतर गए। सड़क किनारे नो पार्किंग जोन में खड़े चारपहिया व दोपहिया वाहन पर कार्रवाई को लेकर वाहन मालिकों व पुलिस के बीच तू तू मैं मैं भी हुई। ट्रैफिक इंस्पेक्टर ने कहा कि अतिक्रमणकारियों के खिलाफ प्रशासन लगातार कार्रवाई कर रहा है। कहा कि सब्जी व फलवालों के लिए प्रशासन ने जो जगह निर्धारित की है उन्हें वहां जाना ही होगा। कहा कि अतिक्रमणकारियों के खिलाफ अभियान लगातार जारी रहेगा।

loksabha election banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.