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साहब का आदेश बेअसर, बगैर हेलमेट बाइक चलाते सरकारी कर्मी

प्रवेश नहीं करने देने का उपायुक्त ने जारी किया है निर्देश कर्मी नहीं कर रहे पालन - डीसी एसडीओ कार्यालय सहित अन्य दफ्तरों के कर्मचारियों पर नहीं दिख रहा असर ज्ञान ज्योति गिरिडीह

By JagranEdited By: Published: Fri, 20 Sep 2019 11:13 PM (IST)Updated: Sat, 21 Sep 2019 06:39 AM (IST)
साहब का आदेश बेअसर, बगैर हेलमेट बाइक चलाते सरकारी कर्मी
साहब का आदेश बेअसर, बगैर हेलमेट बाइक चलाते सरकारी कर्मी

ज्ञान ज्योति, गिरिडीह : बढ़ते सड़क हादसों और इससे होनेवाली जानमाल की क्षति रोकने के लिए केंद्र सरकार गंभीर है। सरकार ने नया मोटर वाहन अधिनियम लागू किया है। जिला प्रशासन और न्यायपालिका भी इस मसले पर तत्पर है। गिरिडीह के उपायुक्त ने तो आदेश जारी कर दिया कि बिना हेलमेट पहने दोपहिया वाहन से आने वाले कर्मियों को कार्यालयों में प्रवेश नहीं मिलेगा। बिना हेलमेट वाले बाइक चालकों को पेट्रोल नहीं मिलेगा। लेकिन इस निर्देश की धज्जियां उड़ाई जा रही है। कर्मियों को साहब के आदेश की परवाह ही नहीं है। पेट्रोल पंप कर्मी भी बेपरवाह हैं। दैनिक जागरण टीम ने शुक्रवार को इस आदेश के अनुपालन की सच्चाई जानने के लिए पंपों और सरकारी दफ्तरों की पड़ताल की।

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सुबह के करीब 10:15 बजे थे। समाहरणालय परिसर स्थित आपूर्ति, राजस्व, कल्याण, निर्वाचन समेत अन्य विभागों के कर्मियों का आगमन शुरू हो गया था। कोई पैदल तो कोई दो पहिया वाहन से पहुंच रहा था। दो पहिया वाहन से आने वाले कुछ कर्मी हेलमेट पहने थे, लेकिन अधिकतर बिना हेलमेट के थे। इन कर्मियों पर उक्त आदेश को लेकर जरा भी खौफ नहीं था। वे निर्धारित स्थल पर बाइक को खड़ा कर आराम से अपने कार्यालय में प्रवेश कर रहे थे। इसी बीच एक कर्मी बिना हेलमेट पहने पहुंचा। अपना नाम राजेश और राजस्व विभाग का कर्मी बताया। हेलमेट नहीं पहनने सवाल पर वह झेंप गए। फिर संभल कर कहा कि हेलमेट पहनना जरूरी है। उपायुक्त का भी यह आदेश है। आज नहीं लाए हैं।

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एसडीओ कार्यालय में भी असर नहीं

समाहरणालय परिसर के बाद टीम एसडीओ कार्यालय के पास पहुंची। वहां भी यही नजारा देखने को मिला। बिना हेलमेट पहने कर्मी आ रहे थे। इसके बाद टीम ने पुरानी जेल परिसर स्थित विभिन्न कार्यालयों का जायजा लिया। यहां डीईओ, डीएसई, मत्स्य, कृषि आदि विभागों के कार्यालय हैं। प्राय: सभी विभागों के अधिसंख्य कर्मी बिना हेलमेट पहने ही कार्यालय पहुंच रहे थे, लेकिन उनसे इस संबंध में पूछने वाला कोई नहीं था।

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पेट्रोल पंप संचालक भी नहीं दे रहे तवज्जो

पेट्रोल पंपों के संचालक भी प्रशासन के इस आदेश को तवज्जो नहीं दे रहे हैं। यही वजह है कि सभी पेट्रोल पंपों में हेलमेट नहीं पहनने वालों को भी पेट्रोल दे दिया जा रहा है। शहर के भंडारीडीह, कोलडीहा, बोड़ो, पचंबा, सोनबाद के अलावा जमुआ, बगोदर, धनवार, सरिया, डुमरी, गांडेय सहित अन्य जगहों पर स्थित पेट्रोल पंपों में उक्त आदेश की धज्जियां उड़ते देखा गया। हर जगह बिना हेलमेट पहने बाइक से आ रहे लोग आराम से पेट्रोल ले रहे थे। पंप कर्मी भी उन्हें बिना कुछ पूछे पेट्रोल दे रहे थे। उपायुक्त ने आदेश का पालन नहीं करने वाले पेट्रोल पंप संचालकों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

पेट्रोल पंपों में सुरक्षा की आवश्यकता : पेट्रोल पंप संचालक एवं चैंबर ऑफ कॉमर्स के सचिव प्रमोद कुमार ने बताया कि आदेश का अनुपालन के लिए पेट्रोल पंपों में सुरक्षा व्यवस्था की आवश्यकता है। सुरक्षा के लिए कोई एजेंसी रहनी चाहिए, जो बिना हेलमेट के आने वाले बाइक चालकों को पेट्रोल देने मना कर सके। हालांकि पेट्रोल पंप कर्मी वैसे चालकों को पेट्रोल देने से मना करते हैं, लेकिन वे कर्मियों से ही उलझ पड़ते हैं। सरकार द्वारा तीन माह का समय देने के कारण भी यह अभियान फिलहाल थोड़ा ढीला पड़ गया है।


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