27 माह बाद भी नहीं सुलझी धानुक अपहरणकांड की गुत्थी
मुफस्सिल थाना क्षेत्र के महेशलुंडी निवासी फैक्ट्री कर्मी सुरेश धानुक के अपहरण की गुत्थी 27 माह बाद भी नहीं सुलझी है। पुलिस इस कांड का अब तक न तो खुलासा नहीं कर सकी है और न ही अपहृत धानुक की बरामदगी हुई है।
गिरिडीह : मुफस्सिल थाना क्षेत्र के महेशलुंडी निवासी फैक्ट्री कर्मी सुरेश धानुक के अपहरण की गुत्थी 27 माह बाद भी नहीं सुलझी है। पुलिस इस कांड का अब तक न तो खुलासा नहीं कर सकी है और न ही अपहृत धानुक की बरामदगी हुई है। समय बीतने के साथ ही इस अपहरण कांड को पुलिस ने ठंडे बस्ते में डाल दिया है।
बता दें कि सुरेश धानुक एक रोलिग मील में काम करता था। प्रतिदिन की तरह वह 12 मार्च 2017 की सुबह करीब 7:15 बजे घर से फैक्ट्री के लिए निकला था, लेकिन वह फैक्ट्री नहीं पहुंचा। काफी देर बाद तक उसके फैक्ट्री नहीं पहुंचने की जानकारी मिलने पर परिजनों ने अज्ञात लोगों पर सुरेश का अपहरण करने का मामला दर्ज कराया था। मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने घटना को गंभीरता से लेते हुए काफी सक्रियता दिखाई थी। तत्कालीन पुलिस अधीक्षक अखिलेश बी वारियर के निर्देश पर पुलिस ने गिरिडीह के अलावा बिहार, धनबाद सहित अन्य जिलों में सघन छापेमारी अभियान चलाया था। कई दिनों तक यह अभियान चला था। इस बीच दर्जनों लोगों से पुलिस ने पूछताछ की थी। साथ ही अपहरण कांड में कई अहम सुराग मिलने और शीघ्र ही इसका खुलासा करने का दावा किया था, लेकिन पुलिस का यह दावा खोखला साबित हुआ है।
ग्रामीणों ने भी साधी चुप्पी : बताते चलें कि अपहरण के समय परिजन और ग्रामीण सुरेश की बरामदगी को लेकर काफी सक्रिय थे। ग्रामीणों ने 24 घंटे के अंदर सुरेश की बरामदगी नहीं होने पर आंदोलन करने की बात कही थी, लेकिन ग्रामीणों ने भी अब चुप्पी साध ली है।