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22 घंटे विलंब से पहुंची श्रमिक स्पेशल, यात्री परेशान

22 घंटे विलंब से पहुंची श्रमिक स्पेशल ट्रेन हलकान रहे मजदूर

By JagranEdited By: Published: Tue, 26 May 2020 07:48 PM (IST)Updated: Tue, 26 May 2020 07:48 PM (IST)
22 घंटे विलंब से पहुंची श्रमिक स्पेशल, यात्री परेशान
22 घंटे विलंब से पहुंची श्रमिक स्पेशल, यात्री परेशान

सरिया (गिरिडीह): महाराष्ट्र के पनवेल से झारखंड के हजारीबाग स्टेशन के लिए चली श्रमिक स्पेशल ट्रेन हजारीबाग रेलवे स्टेशन अपने निर्धारित समय से 22 घंटे विलंब से पहुंची। इस दौरान रेलयात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। उन्हें गंतव्य तक पहुंचाने में लगे गिरिडीह जिला प्रशासन के अधिकारी व कर्मचारी भी परेशान रहे।

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महाराष्ट्र के पनवेल से चली श्रमिक स्पेशल ट्रेन सोमवार की सुबह नौ बजे हजारीबाग रोड रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या एक पर पहुंचनेवाली थी। रेलवे के अधिकारियों के अनुसार ट्रेन लगभग ढाई घंटे विलंब से खुली। इस ट्रेन के पूर्व में झारसगुड़ा, राउरकेला, मुरी व बोकारो होते हुए हजारीबाग रोड रेलवे स्टेशन पहुंचना था जिसे रेलवे द्वारा रास्ते में ही नागपुर से रूट परिवर्तित कर इलाहाबाद, बनारस, मुगलसराय, डेहरी ऑन सोन व गया के रास्ते हजारीबाग रोड रेलवे स्टेशन लाया गया। इस कारण भी ट्रेन काफी विलंब से स्टेशन पहुंची। ट्रेन का मार्ग परिवर्तन होने के कारण यात्रियों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। जैसे रास्ते में समय पर भोजन नहीं मिलना, पानी की समस्या आदि चीजों की परेशानी श्रमिक स्पेशल ट्रेन में सवार रेलयात्रियों को झेलनी पड़ी।

बताते चलें कि ट्रेन में जहां 4 माह की बच्ची से लेकर 50 से 60 साल तक के बुजुर्ग, पुरुष और महिला भी रेलयात्री के रूप में यात्रा कर रहे थे। विलंब होने से इन छोटे बच्चों एवं बुजुर्गो को गर्मी से काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि हजारीबाग रोड रेलवे स्टेशन पर पहले से मौजूद जिला प्रशासन, रेल प्रशासन, स्थानीय पुलिस प्रशासन, डॉक्टर्स की टीम, सफाई कर्मी, चैंबर ऑफ कॉमर्स की टीम के कुशल नेतृत्व में पहले से तैयार रहने के कारण 22 घंटे विलंब से भी ट्रेन के पहुंचने के बाद भी इसमें सवार प्रवासी श्रमिकों को किसी प्रकार की समस्या का सामना वहां नहीं करना पड़ा। जहां प्रशासन की टीम ने इन्हें कतारबद्ध कर शारीरिक दूरी का पालन करवाते, मेडिकल टीम से थर्मल स्कैनिग करवाकर नाश्ते पानी की व्यवस्था की गई। स्टेशन परिसर में ही शुरू से खड़ी संबंधित प्रवासी श्रमिकों के जिले के लिए बस उपलब्ध थी। स्टेशन में उतरते ही इन सारी प्रक्रियाओं से गुजरने के बाद उन्हें तुरंत बसों में बैठाकर गंतव्य की ओर प्रस्थान करवा दिया गया।

दूसरी ओर व्यवस्था में कोई कमी न हो इसे लेकर डीसी राहुल कुमार सिन्हा, एसपी सुरेंद्र कुमार झा, सरिया के एसडीएम राम कुमार मंडल, एसडीपीओ विनोद महतो स्वयं मोर्चा संभाले हुए थे। अंचल पुलिस निरीक्षक सह सरिया थाना प्रभारी राम नारायण चौधरी, बीडीओ पुष्कर सिंह मुंडा, सीओ सुनीता कुमारी, बिरनी के बीडीओ संतोष कुमार गुप्ता, सीओ संदीप कुमार मधेशिया, बगोदर के बीडीओ रविद्र कुमार, सीओ आशुतोष कुमार, बगोदर थाना प्रभारी नवीन कुमार, डॉ. विनय कुमार, डॉ. अनूप कुमार, आरपीएफ इंस्पेक्टर पंकज कुमार, जिला पुलिस बल, सेट के जवान, चिकित्सा विभाग की टीम, सफाई कर्मी, आरपीएफ की टीम, स्टेशन प्रबंधक आदि के सहयोग से सारा कार्य लगभग 2 घंटे के अंदर मंगलवार को संपन्न करा लिया गया।

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निषेधाज्ञा लगाकर प्रशासन ने प्रवासी मजदूरों को किया विदा

संवाद सहयोगी, सरिया (गिरिडीह): जिला प्रशासन की कड़ी मेहनत के कारण ही प्रवासी मजदूरों को लेकर गिरिडीह जिले के हजारीबाग रोड रेलवे स्टेशन पहुंच गई। महाराष्ट्र के बांद्रा से तथा पनवेल रेलवे स्टेशन से दो श्रमिक स्पेशल ट्रेन लगभग तीन हजार प्रवासी मजदूरों को लेकर हजारीबाग रोड रेलवे स्टेशन पहुंची। पहली ट्रेन सोमवार की देर शाम 5:05 बजे हजारीबाग रोड स्टेशन आई। वहीं दूसरी ट्रेन मंगलवार की सुबह 7:25 बजे हजारीबाग रोड रेलवे स्टेशन पहुंची। 1938 प्रवासी मजदूर अपना रजिस्ट्रेशन कर पहली ट्रेन में सवार होकर आए थे, लेकिन इसके विपरीत लगभग डेढ़ से दो हजार पश्चिम बंगाल एवं बिहार के भी मजदूर उसमें गलत तरीके से हजारीबाग रोड रेलवे स्टेशन पहुंच गए। गिरिडीह जिला प्रशासन ने बस की व्यवस्था कर बंगाल के लोगों को झारखंड की सीमा मैथन तक छुड़वाया। बिहार के लोगों को भी भिजवाया। दूसरी श्रमिक स्पेशल ट्रेन महाराष्ट्र के पनवेल से चलकर हजारीबाग रोड रेलवे स्टेशन पहुंची थी। उसमें लगभग 734 झारखंड के विभिन्न जिलों के प्रवासी मजदूर शामिल थे। स्थानीय रेल प्रशासन, आरपीएफ की टीम, स्थानीय प्रशासन के लोगों द्वारा प्रवासी मजदूरों के साथ मित्रवत व्यवहार कर सभी को चिकित्सक जांच के बाद नाश्ता, पानी व गुलाब का फूल देकर व तुरंत संबंधित जिलों के वाहनों में बैठाकर उन्हें गंतव्य तक भेजा गया। श्रमिक स्पेशल ट्रेन जब रेलवे स्टेशन पहुंची तो पूरे सरिया बाजार में धारा 144 लागू कर दी गई थी। इसमें कहा गया था कि सभी स्थानीय लोग अपने-अपने घरों में रहें। जब तक प्रवासी मजदूरों को उनके गृह जिले तक नहीं भेजा जाता तब तक निर्देशों का पालन हो। आवश्यक वस्तु-सेवा से जुड़ी दुकानों के अलावा सभी दुकानें बंद रखने को कहा गया था।


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