नौ कुंडीय गायत्री महायज्ञ को लेकर निकली कलश यात्रा
बगोदर बगोदर प्रखंड के मुंडरो हेठनगर पहाड़ी मंदिर में शेषनाग मंदिर की प्राणप्रतिष्ठा क
बगोदर : बगोदर प्रखंड के मुंडरो हेठनगर पहाड़ी मंदिर में शेषनाग मंदिर की प्राणप्रतिष्ठा को लेकर तीन दिवसीय नौ कुंडीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया जाएगा। इसे लेकर शुक्रवार को भव्य कलश यात्रा निकाली गई। इसमें पहाड़ी मंदिर से 251 कलशों को कुआंरी कन्याएं व महिलाएं माथे पर लेकर मुंडरो, बखरीडीह, बाराटोला, बांधटोला आदि का भ्रमण कर मुंडरो पैसरा उतरवाहनी नदी पहुंची। वहां वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ कलशों में जल भरकर पुन: यज्ञमंडल पहुंचकर कलश को स्थापित किया गया। कलश यात्रा में मुख्य अतिथि के रूप में बगोदर के पूर्व विधायक नागेंद्र महतो शामिल थे। इसमें शांतिकुंज हरिद्वार से नरेंद विद्यार्थी, गोविद पंडित, मुकेश शर्मा, संजय शर्मा प्रवचन करेंगे। मौके पर रामजानकी मंदिर का भूमि पूजन भी किया गया। यज्ञ को सफल बनाने में जगदीश महतो, त्यागी बाबा, नेमचंद सिंह, संजय चौरसिया, महादेव महतो, अजय कुमार, कालीचरण महतो, सुरेंद्र प्रसाद, देखलाल महतो, जगरनाथ प्रसाद, उमेश मंडल, रामनारायण राणा, कुलेश्वर मंडल, वीणा देवी, प्रेमलता कुमारी, अनुप्रिया राज, नंदनी कुमारी, सोनी कुमारी समेत काफी संख्या में श्रद्धालु शामिल थे।
-----------------------
चिलगा में निकाली गई कलश यात्रा
संस, बनियाडीह : कोयलांचल क्षेत्र के चिलगा स्थित श्री श्री मायावती श्वेत कालिका मंदिर की वार्षिक पूजा पर शुक्रवार को कलश यात्रा निकाली गई। इसमें 151 महिला व कुंवारी कन्याएं माथे पर कलश लेकर कलश यात्रा में शामिल हुई। मंदिर से गाजे-बाजे के साथ कलश यात्रा निकाली गई। कलश यात्रा यहां से निकलकर बनियाडीह मुख्य मार्ग का भ्रमण करते हुए कोपा स्थित छठ तालाब पहुंची। वहां पंडितों ने मंत्रोच्चार व विधि-विधान के साथ श्रद्धालुओं के कलशों में जल भरवाया। इसके बाद श्रद्धालु कलश लेकर वापस मंदिर प्रागंण पहुंचे। इस दौरान श्रद्धालुओं के लगाए जा रहे विभिन्न देवी-देवताओं के जयकारे से पूरा माहौल भक्तिमय हो गया। मंदिर के मुख्य कर्ताधर्ता दीपक मजूमदार ने बताया कि चिलगा में जिले का यह पहला मंदिर है जहां श्वेत काली की प्रतिमा स्थापित है। इस मंदिर के प्रति हजारों श्रद्धालुओं की आस्था है। इस मंदिर में हर साल वार्षिक पूजा होती है जिसमें बिहार के बिहारशरीफ, नवादा समेत झारखंड के कई जिलों से श्रद्धालु पहुंचते हैं। वार्षिक पूजा को सफल बनाने में श्यामसुंदर मिश्र, नवीन प्रकाश, कुलदीप सिंह, अजय केसरी, रिकू सिंह, जगवल्लभ शर्मा, दिलीप पासवान समेत अन्य लोग योगदान दे रहे हैं।