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दोस्त इकराम ने ही रची थी अपहरण की साजिश

अंजनी कुमार सिन्हा गिरिडीह कभी जंगल तो कभी सुनसान जगह पर अपहर्ता लेकर घूमते रहे। लग

By JagranEdited By: Published: Tue, 23 Feb 2021 01:03 AM (IST)Updated: Tue, 23 Feb 2021 01:03 AM (IST)
दोस्त इकराम ने ही रची थी अपहरण की साजिश
दोस्त इकराम ने ही रची थी अपहरण की साजिश

अंजनी कुमार सिन्हा, गिरिडीह : कभी जंगल तो कभी सुनसान जगह पर अपहर्ता लेकर घूमते रहे। लगातार फिरौती की मांग होती रही। यह बातें अपहर्ताओं के चंगुल से मुक्त पूर्व उप मुखिया के अगवा पुत्र नईमुल्लह ने अदालत के समक्ष कहीं। सोमवार को ताराटांड़ थाना की पुलिस उसका बयान दर्ज कराने सीजेएम मिथिलेश कुमार सिंह की अदालत में लेकर आई थी। सीजेएम के आदेश पर बयान न्यायिक दंडाधिकारी एडिथ होरो की अदालत में कलमबद्ध किया गया। इकराम जेल में बंद कुख्यात समद अंसारी का शागिर्द है। इस अपहरण में समद अंसारी का पूरा गिरोह शामिल है।

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युवक ने अदालत को बताया कि 17 फरवरी को रात करीब साढ़े आठ बजे इकराम ने उसे फोन कर बुलाया। वह अपनी बाइक से आया था। इकराम ने उसे कहा कि उसकी 42 की लाटरी लगी है। यह कहकर उसे कोरबंधा ले गया। इस दौरान एक लड़की ने उसे काल किया और कहा कि उससे मिलना चाहती है। इकराम उसे कभी कब्रिस्तान तो कभी स्कूल के पास ले गया। साजिश के अनुसार छह व्यक्ति तीन बाइक से स्कूल के पास आए। वहीं छह लोगों के आते ही इकराम ने उसे पकड़ लिया। वह भागने लगा लेकिन उनलोगों ने पकड़ लिया और बाइक में बैठा लिया। उसे अपहरण कर दो दिन और दो रात एक रूम में कैद रखा। उसके सामने 15 लाख रुपये की फिरौती की मांग उसके घरवालों से की। दो दिनों बाद रात डेढ़ बजे उसे सभी जंगल की ओर लेकर चले गए। पुलिस के आने की सूचना पर उसे भागाबांध में एक ट्रैक्टर में बैठा दिया और कहा कि किसी से कहने पर गोली मारकर हत्या कर देंगे।

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गिरफ्तार जियाउल्ला और मीना ने कबूला गुनाह

उप मुखिया के पुत्र के अपहरण के लिए गिरिडीह और जामताड़ा के अपराधियों ने योजना बनाई थी। अपहर्ताओं ने रेकी कर यह पता लगा लिया था कि फिरौती मिल सकती है। इसका पर्दाफाश पुलिस के हत्थे चढ़ा आरोपित जियाउल्ला और मीना देवी ने किया। गुनाह कबूलने वाले दोनों ने अपहरण के योजना की पूरी कहानी बताई है। आरोपित मीना ने बताया कि उसके पति पप्पू दास ने जियाउल्ला से 10 हजार कर्ज लिया था। वह कर्ज चुकाने में असमर्थ था। उस कर्ज को माफ करने के लिए जियाउल्ला ने एक तरकीब बताया। इसके लिए एक मोबाइल लाकर दिया और फिरौती के लिए फोन कराया। उसे 17 फरवरी को कोरबंधा बुलाया और अपराध में शामिल कराया।

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11 साल से अपराध की दुनिया में है जियाउल्ला

जियाउल्ला ने कबूला कि 2010 में बहन की शादी में बहुत खर्च हुआ था। पैसे की तंगी के कारण अपराध जगत में आया। उसकी दोस्ती कुख्यात समद अंसारी से हुआ। उसके साथ मिलकर कई अपराध किया। उसने नईमुल्लाह के अपहरण के लिए योजना बनाई। इसमें हमीद उर्फ प्रधान, समद का भतीजा मुस्तकीम, फारुख, शमसुद्दीन आदि शामिल हुआ। अपहरण के लिए युवक के गांव में जाकर रेकी की। उसे लगा नईमुल्लह बड़ा टारगेट है। अपहरण करने से फिरौती मिल सकती है। इसमे इकराम और पप्पू की पत्नी मीना देवी को शामिल किया।


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