संयुक्त मोर्चा की बैठक में हड़ताल पर मंत्रणा
कोयला उद्योग में तीन दिनी राष्ट्रव्यापी हड़ताल को लेकर सोमवार को संयुक्त मोर्चा का एक बैठक राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर संघ कार्यालय बनियाडीह हुई । बैठक में हड़ताल को लेकर विशेष चर्चा की गयी। संबोधित करते हुए आरसीएमएस के क्षेत्रीय सचिव एनपी सिह बुल्लू ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी ने कोयला उद्योग को प्राइवेट मालिकों से छिनकर राष्ट्रीयकरण कर मजदूरों को हक दिलाया था।
बनियाडीह (गिरिडीह): कोयला उद्योग में तीन दिनी राष्ट्रव्यापी हड़ताल को लेकर सोमवार को संयुक्त मोर्चा की बैठक राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर संघ के कार्यालय बनियाडीह में हुई। इसमें हड़ताल को लेकर विशेष चर्चा की गई। आरसीएमएस के क्षेत्रीय सचिव एनपी सिह बुल्लू ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी ने कोयला उद्योग को प्राइवेट मालिकों से छीनकर व उसका राष्ट्रीयकरण कर मजदूरों को उनका हक दिलाया था। वर्तमान केन्द्र सरकार कोयला उद्योग को मिटा देना चाहती है। केन्द्र सरकार पूंजीपतियों के हाथों में कोयला उद्योग को देने की साजिश रच रही है। श्रम कानून को लेकर आवाज उठानेवाला कोई भी न रहे, ऐसा कानून बनाने का प्रयास किया जा रहा है। इससे मजदूरों में काफी आक्रोश है। श्रम कानून के तहत जो सुविधा प्राप्त थी व जिससे मजदूरों को अधिकार मिला हुआ है उसे समाप्त कर दिया जाएगा। इनकी पांच सूत्री मांगों में कोयला उद्योग का निजीकरण करने, कॉमर्शियल माइनिग बंद करने, सीएमपीडीआई को कोल इंडिया से अलग नहीं करने, एनसीडब्लयूए के प्रावधान में मेडिकल अनफिट को लागू करने, ठेका मजदूरों के लिए गठित हाई पावर कमेटी की अनुशंसा को लागू करने, सीआईएल एवं एससीसीएल के निजीकरण पर रोक लगाने की बात शामिल हैं। मौके पर बुल्लू के अलावा बलराम यादव, प्रमोद सिंह, देवशंकर मिश्रा, प्रदीप दाराद, तेजलाल मंडल, बालकृष्ण यादव, अमित यादव, एके एंथोनी, जगदीश साहू, नारायण दास, जीवलाल बेलदार, अशोक मंडल, मो. हासिम, शैलेन्द्र साल, मो. इकबाल, दिलीप पासवान आदि मौजूद थे।