वरदान साबित हुई प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना
जमुआ प्रखंड अंतर्गत नवडीहा ओपो क्षेत्र के नावाडीह निवासी 30 वर्षीय भरत राम की असामयिक मौत के बाद उसकी बूढ़ी माँ और तीन बच्चों के समक्ष भुखमरी की नौबत उतपन्न हो गयी। ऐसी विपरीत परिस्थिति में भरत राम के परिजनों के जीवनयापन का सहारा उसके द्वारा अपने जीवनकाल में 330 रुपया देकर करायी गयी प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना बनी।मंगलवार को भा
जमुआ : नवडीहा ओपी क्षेत्र के नावाडीह निवासी 30 वर्षीय भरत राम की असामयिक मौत के बाद उसकी बूढ़ी मां और तीन बच्चों के समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई।
ऐसी विपरीत परिस्थिति में भरत राम के परिजनों के जीवनयापन का सहारा प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना बनी। भरत ने उक्त योजना के तहत 330 रुपया देकर बीमा कराया था। मंगलवार को भारतीय स्टेट बैंक जमुआ शाखा के प्रबंधक शशिशेखर चंद्र दास ने भरत राम की बूढ़ी मां एवं नॉमिनी माया देवी को दो लाख रुपये का चेक सौंपा। शाखा प्रबंधक ने बताया कि भरत ने नवंबर 2019 में एसबीआइ के ग्राहक सेवा केंद्र नवडीहा से प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना के तहत बीसी संदीप कुमार को 330 रुपये देकर अपना बीमा कराया था। क्षेत्रीय प्रबंधक इम्तियाज करीम, मुख्य प्रबंधक हरे राम सिंह और प्रबंधक दामोदर मंडल की पहल के कारण मृतक के परिवार को इस योजना का लाभ ससमय मिल सका। माया देवी ने बताया कि उसके तीन पुत्र थे। उसके मंझले पुत्र भरत राम की पत्नी की मौत दो साल पहले हो गई थी। वह मंझले बेटे के साथ ही रहती थी। भरत को एक पुत्र एवं दो पुत्री है। दो जनवरी को भरत की मौत इलाज के लिए ले जाने के क्रम में हो गई। उसकी मौत के बाद उसके समक्ष तीन बच्चों के लालन पालन की समस्या उत्पन्न हो गई। अब बैंक से मिल रहे पैसों से वह खुद और तीनों बच्चों का भरण पोषण कर सकेगी।