फर्जी बैंक अधिकारी बन साइबर अपराध करनेवाले छह गिरफ्तार
जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों से साइबर पुलिस ने छह साइबर आरोपितों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। गिरफ्तार आरोपितों में ताराटांड़ थाना क्षेत्र के झितरी गांव निवासी सगे भाई सिकंदर मंडल व अशोक कुमार मंडल अहिल्यापुर थाना क्षेत्र के पिपरासिघा गांव निवासी मुकेश मंडल पंचनटांड गांव निवासी प्रवीण मंडल बेंगाबाद थाना क्षेत्र के सोनबाद गांव निवासी सूरज मंडल तथा पश्चिम बंगाल के वर्द्धवान जिला अंतर्गत पांडेश्वर थाना क्षेत्र के श्यामसुंदरपुर गांव निवासी सह सोनबाद में अपने मामा के घर रहने वाला बिनय मंडल शामिल है।
गिरिडीह: जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों से साइबर पुलिस ने छह साइबर आरोपितों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। गिरफ्तार आरोपितों में ताराटांड़ थाना क्षेत्र के झितरी गांव निवासी सगे भाई सिकंदर मंडल व अशोक कुमार मंडल, अहिल्यापुर थाना क्षेत्र के पिपरासिघा गांव निवासी मुकेश मंडल, पंचनटांड गांव निवासी प्रवीण मंडल, बेंगाबाद थाना क्षेत्र के सोनबाद गांव निवासी सूरज मंडल तथा पश्चिम बंगाल के वर्द्धवान जिला अंतर्गत पांडेश्वर थाना क्षेत्र के श्यामसुंदरपुर गांव निवासी सह सोनबाद में अपने मामा के घर रहने वाला विनय मंडल शामिल है। गिरफ्तार आरोपितों को शुक्रवार को न्यायिक दंडाधिकारी के समक्ष पेश किया गया जहां से न्यायालय के आदेश पर सभी को जेल भेज दिया गया।
साइबर थाने में पदस्थापित इंस्पेक्टर सुरेश मंडल के आवेदन के आधार पर साइबर थाना प्रभारी सहदेव महतो ने उक्त सभी आरोपितों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की है। प्राथमिकी में कहा है कि फर्जी बैंक अधिकारी बनकर लोगों को एटीएम बंद होने व उसे चालू कराने के नाम पर अपने जाल में फंसाकर ठगी करने के धंधे में संलिप्त आरोपितों के बारे में वरीय पुलिस पदाधिकारी को गुप्त सूचना मिली। इसी सूचना के आधार पर साइबर डीएसपी संदीप सुमन समदर्शी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। टीम में शामिल पदाधिकारियों व जवानों ने पंचनटांड़ गांव के एक बरगद पेड़ के नीचे एकत्रित होकर लोगों को अपने जाल में फंसाने को मोबाइल से सिरियल कॉल कर करने में मशगूल हैं। पुलिस की टीम पर नजर पड़ते हीं सभी वहां से भागने लगे जिन्हें खदेड़कर गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार आरोपितों ने साइबर अपराध की घटना में शामिल हो लोगों से ठगी करने की बात को पुलिस की पूछताछ में स्वीकार भी किया। आरोपितों ने संगठित होकर सोशल इंजीनियरिग के माध्यम से एटीएम बेरिफिकेशन के नाम पर लोगों को अपने विश्वास में लेकर एटीएम से संबंधित सारी जानकारी हासिल कर उनके खाते से रकम टपा लेते हैं। ऑनलाइन खरीदारी भी करते हुए चूना लगाते हैं। खाते में बची राशि को फर्जी खाते में हस्तांतरित कर खाते को साफ कर देते हैं।
आरोपितों के पास से बरामद सामान: गिरफ्तार आरोपितों के पास से पुलिस ने साइबर अपराध की घटना को अंजाम देने में प्रयुक्त किए जाने वाले कई सामानों को बरामद किया है। बरामद सामानों में एंड्रायड मोबाइल, सामान्य मोबाइल, पेन कार्ड, आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, ब्लैंक चेक, वाहन से संबंधित कागजात व एटीएम आदि शामिल हैं।
प्रवीण व विनय पूर्व में भी जा चुके हैं जेल: गिरफ्तार बिनय मंडल व प्रवीण मंडल पूर्व में जेल जा चुके हैं। दोनों के विरुद्ध बेंगाबाद थाना व साइबर थाना में वर्ष 2018 में अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज है। इसी मामले में दोनों को पूर्व में भी गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। हाल ही में जेल से जमानत पर बाहर आने के बाद से दोनों अपने अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर इस धंधे को अंजाम देने में लगे थे।
छापेमारी टीम में ये थे शामिल: साइबर आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए साइबर डीएसपी संदीप सुमन समदर्शी के नेतृत्व में टीम बनाई गई थी। इस टीम में इंस्पेक्टर सुरेश मंडल के अलाव जवान सौरभ सुमन, मिथिलेश कुमार, मो वाहिद अंसारी के अलावा अन्य शामिल थे।