गिरिडीह के दवा व्यवसायियों ने मंत्री के समक्ष रखी समस्याएं
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता द्वारा सीधा संवाद कार्यक्रम में राज्य भर से आये हुए थोक एवं खुदरा विक्रेताओं निजी अस्पताल संचालकों फार्मासिस्टों की बैठक मे गिरिडीह •िाला दवा विक्रेता संघ के प्रतिनिधि मंडल ने भी भाग लिया। बैठक रांची के रिम्स सभागार में 11 बजे प्रारम्भ हुई जिसमे दीप प्रज्वलन के बाद मंत्री ने सभी विभागीय अधिकारियों को सभागार से बाहर जाने का अनुरोध किया।फलस्वरूप सभी सरकारी अधिकारी सभा
गिरिडीह : स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने बुधवार को रांची में सीधा संवाद कार्यक्रम किया। इसमें राज्यभर से आए थोक एवं खुदरा विक्रेताओं, निजी अस्पताल के संचालकों व फार्मासिस्टों ने भाग लिया। दवा विक्रेता संघ गिरिडीह जिला के प्रतिनिधिमंडल ने सचिव सुजीत कपिस्वे के नेतृत्व में भाग लिया। गिरिडीह के दवा व्यवसायियों ने भी इस मौके पर मंत्री के समक्ष अपनी समस्याओं को रखा।
गिरिडीह जिला दवा विक्रेता संघ के विकास केडिया ने रांची से लौटकर बताया कि मंत्री ने कार्यक्रम शुरू होते ही सभी विभागीय अधिकारियों से सभागार से बाहर जाने का अनुरोध किया। इसके बाद वे लोग सभास्थल से निकल गए। फिर मंत्री ने एक-एक कर सभी संस्थाओं के प्रतिनिधियों से उनकी समस्याओं को विस्तार से जाना। झारखंड प्रदेश दवा विक्रेता संघ के प्रतिनिधियों ने व्यापार में फार्मासिस्टों की समस्या के बारे में मंत्री को अवगत कराया। उन्होंने बिहार में अनुभव के आधार पर बने फार्मासिस्ट को फिर से मान्यता देने का अनुरोध किया जिसे राज्य फार्मेसी काउंसिल ने वर्ष 2017 से मान्यता देने से इंकार कर दिया था।दवा व्यापार में दिनोंदिन बढ़ती जा रही समस्या सीएंडएफ के राज्य से बाहर जाने एवं विभाग की ओर से की जा रही कार्रवाई से भी स्वास्थ्य मंत्री को विस्तार से बताया। मंत्री ने कहा कि उनकी समस्याओं को जानने के लिए ही सभी अधिकारियों को बाहर भेजा गया है, ताकि वे अपना पक्ष निष्पक्ष होकर उनके सामने रख सकें। फार्मेसी काउंसिल के रजिस्ट्रार कौशलेन्द्र कुमार के बीस वर्ष से एक ही पद पर बने रहने का मुद्दा भी जोरशोर से उठाया जिसे गुप्ता ने गंभीरता से लेते हुए उन्हें बहुत जल्द हटाने की बात कही।