यहां खतरे में है अनजान व विक्षिप्तों की जान
जिले में बच्चा चोर की ऐसी अफवाह फैली हुई है कि अनजान दिव्यांग व विक्षिप्तों की जान पर आफत आ गई है। जिला एवं पुलिस प्रशासन तथा डालसा के जागरूकता अभियान के बावजूद यह अफवाह थमने का नाम ही नहीं ले रहा है।
गिरिडीह : जिले में बच्चा चोर की ऐसी अफवाह फैली हुई है कि अनजान, दिव्यांग व विक्षिप्तों की जान पर आफत आ गई है। जिला एवं पुलिस प्रशासन तथा डालसा के जागरूकता अभियान के बावजूद यह अफवाह थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। शहर से लेकर गांव तक ऐसे निर्दोष लोग रोज भीड़ के हमले का शिकार बन रहे हैं। पिछले 20 दिनों में 30 से अधिक लोग भीड़ के हमले के शिकार हुए हैं। पुलिस एवं पंचायत स्तर के जनप्रतिनिधियों की सक्रियता से संयोगवश अभी तक किसी की जान नहीं गई है। भीड़ बच्चा चोर की अफवाह पर जिस तरह से हिसक हो रही है, उससे कभी भी यहां किसी की जान जा सकती है।
मुफस्सिल एवं सरिया थाने में दो बच्चियों की मौत कुएं में फेंकने से हुई है। दोनों मामलों में यह बात कही गई कि बच्चा चोरों ने पकड़े जाने के डर से बच्चियों को कुएं में फेंक दिया। हालांकि दोनों परिवारों में से किसी ने भी इसकी प्राथमिकी दर्ज नहीं कराई। बच्चा चोरी की एक भी बात अभी तक जिलेभर में प्रमाणित नहीं हुई है। सब कुछ अफवाह है। केस स्डडी - 01
मुफस्सिल थाना क्षेत्र के अगदोनी कला में एक महिला को बच्चा चोर करार देकर लोग पिटाई कर रहे थे। महिला को छुड़ाने गई पुलिस टीम पर भीड़ ने हमला कर दिया था। पुलिसकर्मियों की पिटाई की गई थी। इसके बावजूद पुलिस भीड़ से महिला को सुरक्षित निकालकर थाना ले गई थी। मुफस्सिल पुलिस यदि तुरंत एक्शन में नहीं आती तो उस दिन उस महिला की जान चली जाती। यह घटना 26 अगस्त की है। मॉब लिचिग के इस मामले में पुलिस चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। अकदोनी तुरी टोला निवासी संजय दास सोमवार पत्नी ललीता देवी व बच्चियों के साथ बनियाडीह स्थित यूनियन बैंक पैसा निकालने गए थे। पति-पत्नी अपनी छोटी पुत्री को छह साल की बेटी के पास रख पैसा निकालने काउंटर के पास चले गए। इसी बीच चिलगा गांव की लीलावती देवी छोटी बच्ची को अपने साथ ले जाने लगी। बच्ची को वहां नहीं पाकर दंपती उसकी खोजबीन करने लगे। तभी उनकी नजर बच्ची को लेकर जा रही उक्त महिला पर पड़ी। फिर ललीता ने उसे पकड़ लिया और उसके साथ मारपीट करने लगी। साथ ही घसीट कर ले जाने लगी। बच्चा चोर की अफवाह पर वहां सैकड़ों लोग जुट गए थे। केस स्डडी - 02
ताराटांड़ थाना क्षेत्र के परसिया गांव में ग्रामीणों ने एक अज्ञात युवक को बच्चा चोर समझ कर पेड़ से बांध दिया। इसके बाद ग्रामीण उससे कड़ाई से पूछताछ करने लगे। इस बीच बच्चा चोर का हल्ला सुन सैकड़ों लोगों की भीड़ वहां जमा हो गई। इस बीच किसी ने ताराटांड़ थाना प्रभारी को मोबाइल से इसकी सूचना दे दी। थाना प्रभारी सोनू कुमार चौधरी पुलिस बल के साथ व स्थानीय जनप्रतिनिधि घटना स्थल पहुंचे। युवक को ग्रामीणों के चंगुल से छुड़ाकर पुलिस थाना ले गयी। पूछताछ में पता चला कि युवक धनबाद जिले के टुंडी थाना अंतर्गत कारीटांड़ गांव निवासी सुन्दर मंडल का पुत्र गोनी मंडल है। वह मजदूरी के खोज में निकला था। केस स्टडी - 03
तिसरी थाना क्षेत्र के केवटाटांड गांव में एक मूक-बधिर आदिवासी युवती को ग्रामीणों ने बच्चा चोर के शक में पकड़ कर रस्सी के सहारे पेड़ में बांध दिया था। इस क्रम में उससे कुछ लोग उसके साथ और कितने साथी हैं इसे लेकर युवती पूछताछ कर रहे रहे थे। इस बीच उधर से गुजर रहे दैनिक जागरण के संवाददाता की नजर भीड़ पर पड़ी। वे तत्काल वहां पहुंचे। लोगों को समझाकर युवती को बंधन से मुक्त कराया था। उसी दिन गांडेय थाना अंतर्गत बरमसिया वन पंचायत के नईटांड़ गाव में भीड़ ने एक मानसिक रोगी को बच्चा चोर बताकर बुरी तरह से पीटा। मौके पर पहुंचकर पुलिस ने उसकी जान बचाई। ---------------------
वर्जन : लोग अपने हाथ में कानून न लें। इसस तरह की कोई जानकारी मिले तो पुलिस को सूचना दें। अफवाह फैलाने व कानून अपने हाथ में लेने के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
जीतवाहन उरांव, एसडीपीओ