72 घंटे बाद भी नहीं मिला अपहृत अंकित का सुराग
अगवा के बाद पुलिस हाथ-पैर मार रही है लेकिन उसे अबतक कोई सफलता नहीं मिल सकी है।
तिसरी : थाना क्षेत्र के खटपोक गांव से अगवा किए गए डीलर पुत्र सह छात्र अंकित कुमार की बरामदगी पुलिस की टीम घटना के 72 घंटे बाद भी नहीं कर सकी है। न ही अपराध की घटना को अंजाम देनेवाले अपराधियों तक पुलिस की हाथ पहुंच सकी है।
अपहरण के शिकार हुए छात्र को अपराधियों के चंगुल से छुड़ाने में पुलिस अंधेरे में हाथ पांव मार रही है। पुलिस को अब तक कोई खास सफलता हाथ नहीं लग सकी है। अपह्रत छात्र का अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है। डीएसपी के नेतृत्व में क्षेत्र में सघन छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है। शनिवार रात करीब नौ बजे एक दर्जन से अधिक हथियारबंद अपराधियों ने डीलर अशोक बरनवाल के घर सह दुकान पर धावा बोला। अपराधी जमीन के कागजात, 70 हजार नगदी, सोना व चांदी के जेवर के साथ उनके पुत्र अंकित कुमार को अपने साथ लेकर फरार हो गए।
बाबूलाल ने की अपह्रत छात्र की बरामदगी की मांग: तिसरी के खटपोंक गांव से अपराधियों के की गई छात्र अंकित के अपहरण की जानकारी मिलने के बाद मंगलवार को सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री सह झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की। मरांडी ने छात्र के दादा कौलेश्वर मोदी, मां व अन्य परिजनों को हिम्मत से काम लेने की सलाह दी। बाबूलाल ने इस मामले को लेकर पड़ोसी राज्य बिहार के डीजीपी से भी बात कर उनकी गिरफ्तारी व अपह्रत की बरामदगी की दिशा में सहयोग करने की बात कही ताकि संयुक्त अभियान चलाकर उसे बरामद किया जा सके। शनिवार रात दर्जनभर से अधिक हथियारबंद अपराधी जबरन घर व दुकान से रात नौ बजे के करीब छात्र अंकित को अगवा कर ले भागे। अपहृत अपने माता-पिता का एकलौता पुत्र है।