पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लगाया काला बिल्ला
नई पेंशन प्रणाली के विरोध में मंगलवार को जिले भर के कर्मचारियों ने काला बिल्ला लगाकर कार्य किया।
गिरिडीह: नई पेंशन प्रणाली के विरोध में मंगलवार को जिले भर के कर्मचारियों ने काला बिल्ला लगाकर कार्य किया। यह विरोध प्रदर्शन पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदालन के जिला संयोजक इम्तेयाज अहमद के नेतृत्व में संगठन के सदस्यों ने किया और पुरानी पेंशन बहाली की मांग किया। इसके तहत विद्यालयों व अन्य सरकारी दफ्तरों में काम करनेवाले कर्मचारियों व शिक्षकों ने काला बिल्ला लगाकर अपने कार्यो व दायित्वों का निर्वहन किया। विरोध जताते हुए कर्मचारियों ने मांग की कि जिस प्रकार वर्ष 2004 से पहले नियुक्त हुए पदाधिकारियों व कर्मचारियों को सेवानिवृति के पश्चात पुरानी पेंशन का लाभ दिया जाता है, ठीक उसी प्रकार 2004 के बाद नियुक्त हुए कर्मचारियों व पदाधिकारियों को भी नई पेंशन प्रणाली के बजाय पुरानी पेंशन योजना का लाभ प्रदान करने की दिशा में सार्थक कदम उठाया जाय। जब तक पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू नहीं हो जाती है तब तक एनएमओपीएस के बैनर तले आंदोलन को आगे भी जारी रखा जाएगा। नई पेंशन प्रणाली से कर्मचारियों का भविष्य सुरक्षित नहीं है। यह स्कीम पूरी तरह से शेयर बाजार पर आधारित है। नई पेंशन प्रणाली में ढेर सारी खामियां हैं। इसके तहत वेतन मद से एक निश्चित राशि काटी जाती है। उसी राशि से सेवानिवृति के पश्चात पेंशन दी जाती है जो काफी कम होती है जबकि पुरानी पेंशन के तहत सेवानिवृति के वक्त के अंतिम वेतन की आधी रकम पेंशन के रूप में फिक्स्ड कर प्रत्येक माह उसका भुगतान किया जाता है। साथ ही इसमें साल-दर-साल बढ़ोतरी भी होती है। नई पेंशन प्रणाली का काला बिल्ला लगाकर विरोध करनेवालों में इम्तेयाज अहमद, विजय महतो, मुन्ना कुशवाहा, राजेन्द्र प्रसाद, राकेश सिंह, मो. मुस्तकीम, मोहन मंडल, सनाउल्लाह, राज नारायण वर्मा, व्यास पांडेय, खूबलाल पंडित, महेन्द्र दांगी, अब्दुल सुभान अंसारी के अलावे जिले से लेकर प्रखंड क्षेत्रों में कार्यरत पदाधिकारी व कर्मचारी शामिल थे। इधर गांडेय में भी शिक्षकों, कर्मचारियों व पदाधिकारियों ने नई पेंशन प्रणाली का विरोध जताते हुए काला बिल्ला लगाकर कार्य किया। र्किमयों ने कहा कि नई पेंशन प्रणाली से र्किमयों को सेवानिवृति के पश्चात किसी प्रकार का कोई फायदा होनेवाला नहीं है। ऐसे में 2004 के बाद सेवा में आनेवाले कर्मचारियों व पदाधिकारियों को भी पुरानी पेंशन योजना का लाभ प्रदान किया जाए। विरोध जतानेवालों में शिक्षक नीरज कुमार, प्रशांत रजक, विधान चंद्र, संदीप मंडल के अलावे अन्य लोग शामिल थे।