पुरानी दुश्मनी को लेकर की गई जयप्रकाश की हत्या
सीसीएल के सहायक सुरक्षा अवर निरीक्षक जयप्रकाश सिंह ऊर्फ भोला सिंह की हत्या पुरानी रंजिश को लेकर हत्या की गई।
गिरिडीह : सीसीएल के सहायक सुरक्षा अवर निरीक्षक जयप्रकाश सिंह ऊर्फ भोला सिंह की हत्या पुरानी रंजिश को लेकर हत्या की गई। गिरफ्तार सोहैल ने बताया कि पप्पू के साथ एक माह पूर्व दोस्ती हुई थी। इसी क्रम में एक जुलाई की रात को बनियाडीह से दोनों वापस शहर लौट रहे थे। तभी पहाड़ी के पास आने पर बाइक की लाइट जयप्रकाश सिंह की आंख पर पड़ी तो वे गाली गलौज करने लगे। इसी बीच पप्पू ने कहा कि यह मेरा व मेरे बाप का दुश्मन है। इसे जान मार दो। मैंने मना किया तो पप्पू ने गाली देते हुए अपने पास से चाकू निकाल कर दिया और मारने को कहा। नशे में होने के कारण कुछ होश नहीं रहा और पांच से छह बार चाकू से प्रहार कर उनकी हत्या कर दी। पप्पू ने भी चाकू से उनपर जानलेवा प्रहार किया। इधर पप्पू ने बताया कि पहाड़ी के पास जयप्रकाश सिंह की आंख पर रोशनी पड़ने से वह गाली देने लगे। तभी मेरा दोस्त बोला कि इसे जान से मार दो। जान मारने से मना किया तो नहीं माना और चाकू चलाकर हत्या कर दी।
- हत्या के बाद कई जगह बिताई रात: हत्या कर शव को खंता में डालने व बाइक को चानक में फेंकने के बाद दोनों आरोपित पूरी रात जिले के कई स्थानों पर बिताने के बाद अहले सुबह फरार हो गए। आरोपितों ने इस बात का स्वयं खुलासा किया कि हत्या के बाद शव को घटना स्थल के पास छोड़कर बनियाडीह चौक की ओर चले गए। कुछ देर बाद वापस लौटकर फिर वहां पहुंचे तो उसके नाक में अंगुली डालकर देखे तो एहसास हुआ कि उसकी मौत हो गई है। इसके बाद शव को ठिकाने लगाने के पश्चात वे दोनों रात में ही शहर के कई स्थानों पर बिताने के बाद सुबह फरार हो गए।
कोयला तस्करी करते थे आरोपित के पिता: आरोपित पप्पू मरिक के पिता का कोयला तस्करी का कारोबार चलता है और कई बार खंतों की डोजरिग कर व्यवसाय को प्रभावित करने का काम किया था। इसी बात को लेकर पप्पू भोला सिंह को पुराना दुश्मन कहता था।
गौरतलब है कि 30 जून को ओपेनकॉस्ट माइंस के कार्यालय व वर्कशॉप पर हमला करने वाले अपराधियों के खिलाफ मुफस्सिल थाने में एक जुलाई की रात प्राथमिकी दर्ज करा कर लौटने के क्रम में बनियाडीह जाने वाला पथ स्थित भदुआ पहाड़ी के पास से भोला सिंह लापता हो गए थे।
- बरामद हड्डी की होगी एफएसएल जांच : घटना के 14वें दिन आग उगलते खंता से बरामद की गई हड्डी के अवशेष की जांच कराई जाएगी। वैसे पुलिस टीम ने संभावना जताते हुए बताया कि गिरफ्तार आरोपितों ने हत्या कर शव को इसी खंता में डालने की बात स्वीकार की है। खंता की तलाशी को लेकर चलाए गए अभियान के तहत उससे शव के अवशेष के रूप में जली हुई हड्डी मिली है। जिसे न्यायालय से आदेश प्राप्त होते ही जांच के लिए फोरेंसिक प्रयोगशाला भेजा जाएगा।
- ओसीपी हमले की भी हो रही जांच: 30 जून को ओपेनकास्ट माइंस कार्यालय व वर्कशॅाप पर अपराधियों द्वारा किए गए हमले की जांच की जा रही है। अपराधियों ने हमला कर कार्यालय परिसर व वर्कशॅाप में खड़े वाहनों को क्षति पहुंचाया था। इस मामले को लेकर मुफस्सिल थाना में 31 लोगों के खिलाफ जयप्रकाश के आवेदन के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इस मामले की जांच करते हुए आरोपितों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस टीम जुटी हुई है। मामले के दो आरोपित पप्पू मुर्मू व युगल बेसरा को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।
- बाइक चोरी को भी दिया था अंजाम : गिरफ्तार आरोपितों ने 28 जून को अकदोनीकला निवासी वार्ड सदस्य रंजीत यादव की बाइक की चोरी की थी। दोनों ने मिलकर सीसीएल ऑफिसर्स क्लब बनियाडीह के गेट के पास से बाइक को टपाया था। चोरी गई बाइक को लेकर पीड़ित ने थाना में आवेदन दिया था।
पल-पल ठिकाना बदल रहे थे आरोपित : घटना के बाद से फरार आरोपितों के बारे में एसडीपीओ ने बताया कि आरोपितों के बारे में पता चलने के बाद से उनकी गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी अभियान प्रारंभ किया गया था। आरोपितों के मोबाइल लोकेशन को तकनीकी सेल के माध्यम से ट्रेस कर उनकी गिरफ्तारी को लेकर टीम अन्य राज्यों में पहुंची। आरोपित अपने रिश्तेदारों से सीधे संपर्क में थे। पुलिस की गतिविधि के बारे में आरोपित भी सूचना इकट्ठा कर पल-पल अपना ठौर ठिकाना बदल रहे थे। जिस कारण गिरफ्तार करने में थोड़ी देर हुई।