कांग्रेसियों ने किया पेट्रोल का दाम बढ़ाने का विरोध
नरेंद्र मोदी सरकार टू के प्रथम बजट में पेट्रोलियम पदार्थो पर लगाए गए सेस के फलस्वरूप पेट्रोल व डीजल के मूल्य में हुई अप्रत्याशित वृद्धि के विरोध में जिला कांग्रेस कमेटी ने एक ज्ञापन उपायुक्त के माध्यम से राज्यपाल को समर्पित किया।
गिरिडीह : नरेंद्र मोदी सरकार टू के प्रथम बजट में पेट्रोलियम पदार्थो पर लगाए गए सेस के फलस्वरूप पेट्रोल व डीजल के मूल्य में हुई अप्रत्याशित वृद्धि के विरोध में जिला कांग्रेस कमेटी ने एक ज्ञापन उपायुक्त के माध्यम से राज्यपाल को समर्पित किया। जिलाध्यक्ष नरेश वर्मा ने कहा कि यह मूल्यवृद्धि पूरी तरह गलत है। आम जनता, किसान और मध्यम वर्ग पर इसका बुरा असर पड़ेगा। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सतीश केडिया ने कहा कि जिस तरह इस देश के मध्यम वर्ग ने सरकार को भरपूर जनादेश दिया यह सरकार पेट्रोलियम पदार्थों में मूल्य वृद्धि कर उसी जनादेश का बदला चुका रही है। पहले ही मध्यम वर्ग दाल, सब्जी और अन्य पदार्थों के दाम में मूल्यवृद्धि से कराह रहा है और उपर से डीजल मूल्यवृद्धि कोढ़ में खाज की तरह है। इसे सरकार को अविलंब वापस ले अन्यथा कांग्रेस पार्टी आंदोलन करने को मजबूर होगी। यूपीए सरकार के कार्यकाल जब पूरे विश्व में पेट्रोलियम पदार्थ सर्वोच्च स्तर पर था उस वक्त भी सरकार ने डीजल का दाम 50 रूपये प्रति लीटर से कम रखा और जब आज उस वक्त के मूल्यों से आधे से भी कम मूल्य पर अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोलियम पदार्थ उपलब्ध है तो क्यों केंद्र सरकार तत्कालिक मूल्यों से डेढ़ गुणा से भी ज्यादे मूल्य पर पेट्रोलियम पदार्थ बेच रही है। ऐसी कौन सी मजबूरी है व किन आकाओं का पेट भरना है, यह सरकार बताए। इस अवसर पर समीर राज चौधरी, महमूद अली खान, मोहम्मद निजामुद्दीन, कृष्णा सिंह, निकिता गुप्ता, चंद्रशेखर सिंह, सद्दाम अंसारी, मोहम्मद वासिम, जाफर पप्पू, इम्तियाज इमाम, अधिवक्ता अमित सिन्हा, सुलेमान अख्तर, मदन लाल विश्वकर्मा, आलमगीर आलम सहित सभी प्रमुख कांग्रेसी उपस्थित थे।