एनडीआरएफ टीम बैरंग लौटी, चानक में उतरने से किया इन्कार
पिछले चार दिनों से लापता सीसीएल के सहायक अवर सुरक्षा निरीक्षक जयप्रकाश उर्फ भोला सिंह की टोह लेने रांची से पहुंची एनडीआरएफ की टीम ने चानक में उतरने से पहले ही हाथ खड़ा कर दिए।
गिरिडीह: पिछले चार दिनों से लापता सीसीएल के सहायक अवर सुरक्षा निरीक्षक जयप्रकाश उर्फ भोला सिंह की टोह लेने रांची से पहुंची एनडीआरएफ की टीम ने चानक में उतरने से पहले ही हाथ खड़ा कर दिए। पूरी तैयारी के साथ टीम के अधिकारी व सदस्य चानक के पास पहुंचे। चानक का मुआयना करने के बाद टीम उसमें उतरने से इन्कार कर दिया और अपने सामान के साथ वापस वाहन के पास लौट गई। हालांकि इस क्रम में करीब एक घंटे तक टीम के सदस्य चानक के पास रहे और कई जानकारी लेते हुए उसमें उतरकर तलाश करने में होने वाली परेशानियों से लोगों को अवगत कराया। टीम के इन्कार करने से जयप्रकाश सिंह की टोह लगाने में अब पुलिस की मुश्किलें और बढ़ गई है। पुलिस व सीसीएल प्रबंधन अंतिम विकल्प के रूप में एनडीआरएफ की टीम को बुलाने का निर्णय लिया था। लेकिन यह उपाय भी कारगर साबित नहीं हो सका। इधर पुलिस की टीम एसपी के निर्देश पर सदर अनुमंडल पदाधिकारी जीतबाहन उरांव के नेतृत्व में इस मामले को लेकर क्षेत्र में लगातार छापेमारी अभियान में जुटी हुई है। पुलिस की टीम अलग-अलग थाना क्षेत्रों में छापेमारी अभियान चलाकर संदेह के आधार पर एक दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। इसमें कुछ वैसे लोगों को भी हिरासत में लिए जाने की चर्चा है जिनका नाम रविवार को ओपेनकास्ट माइंस कार्यालय व वर्कशाप पर हमले की प्राथमिकी में दर्ज है। पुलिस ने सहायक सुरक्षा अवर निरीक्षक के मोबाइल के अंतिम लोकेशन के आधार पर भी कुछ लोगों को हिरासत में ली है। इसके बावजूद भी पुलिस कई अन्य बिदुओं पर भी जांच पड़ताल में जुटी है। इसके बावजूद घटना के चार दिन बाद भी गायब सहायक सुरक्षा अवर निरीक्षक के बारे में कुछ भी सुराग नहीं मिल पाया है। पुलिस के लिए इस मामले का खुलासा कर पाना चुनौती बन गया है।
गौरतलब है कि रविवार की रात को ओपेन कास्ट माइंस कार्यालय व वर्कशाप पर दो दर्जन से अधिक हथियारबंद अपराधियों ने धावा बोलकर सीसीएल कर्मचारियों को गाली-गलौज करते हुए वहां पत्थरबाजी की थी। परिसर में खड़ी सरकारी व निजी गाड़ियों को नुकसान पहुंचाने का काम किया था। इसी मामले को लेकर प्राथमिकी दर्ज कराने जयप्रकाश सिंह सोमवार शाम नौ बजे मुफस्सिल थाने पहुंचे थे। प्राथमिकी दर्ज कराने के बाद रात को आवास लौटने के क्रम में रास्ते से गायब हो गए। चानक के पास उनका चप्पल, चाकू व खून के धब्बे मिलने से इसमें किसी आपराधिक गिरोह या कोयला तस्करों के हाथ होने की भी संभावना जताते हुए पुलिस जांच में जुटी है।