दर्द से परेशान लोगों के लिए वरदान साबित हो रहा फिजियोथेरेपी: डॉ जेपी ¨सह
=विश्व फिजियोथेरेपी दिवस पर संगोष्ठी फोटो 13- दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन करते अतिथि संवाद सहयोगी, गढ़वा: विश्व फिजियोथेरेपी दिवस के मौके पर शनिवार को सदर अस्पताल परिसर स्थित भौतिक चिकित्सा केंद्र में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इसका उद्घाटन प्रभारी सीएस डॉ जेपी ¨सह व उपाधीक्षक डॉ बीके भारती ने संयुक्त रुप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। मौके पर डॉ जेपी ¨सह ने कहा कि मेडिकल साइंस की तरक्की के बावजूद विभिन्न कारणों से लोग दर्द से परेशान हो रहे हैं। ऐसे लोगों के लिए फिजियोथेरेपी वरदान साबित हो रहा है। उन्होंने कहा कि कुष्ठ रोग के ग्रेड टू स्टेज के रोगी दिव्यांगता के शिकार हो जाते हैं। इस तरह के रोगियों को दिव्यांगता से बचाने के लिए सेल्फकेयर के साथ ही फिजियोथेरेपी के जरिये ठीक किया जाता है। संगोष्ठी में फिजियो अभिषेक ¨सह ने कहा कि सदर अस्पताल में 1
गढ़वा : विश्व फिजियोथेरेपी दिवस के मौके पर शनिवार को सदर अस्पताल परिसर स्थित भौतिक चिकित्सा केंद्र में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इसका उद्घाटन प्रभारी सीएस डॉ. जेपी ¨सह व उपाधीक्षक डॉ बीके भारती ने संयुक्त रुप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। मौके पर डॉ जेपी ¨सह ने कहा कि मेडिकल साइंस की तरक्की के बावजूद विभिन्न कारणों से लोग दर्द से परेशान हो रहे हैं। ऐसे लोगों के लिए फिजियोथेरेपी वरदान साबित हो रहा है। उन्होंने कहा कि कुष्ठ रोग के ग्रेड टू स्टेज के रोगी दिव्यांगता के शिकार हो जाते हैं। इस तरह के रोगियों को दिव्यांगता से बचाने के लिए सेल्फकेयर के साथ ही फिजियोथेरेपी के जरिये ठीक किया जाता है। संगोष्ठी में फिजियो अभिषेक ¨सह ने कहा कि सदर अस्पताल में 18 जनवरी 2017 को फिजियोथेरेपी केंद्र की शुरुआत हुई थी। अब तक यहां 592 रोगियों को 4357 बार फिजियोथेरेपी की गई है। उन्होंने कहा कि यहां आए 80 प्रतिशत रोगी स्वस्थ हो गए हैं। उन्होंने कहा कि चेहरे का लकवा यानी बेल्सपल्सी, गर्दन का दर्द, एड़ी का दर्द, सायटिका, टेनिस एल्बो, हाथ पैर में ¨खचाव के कारण दर्द, मांसपेशियों की कमजोरी, हड्डियों के फ्रैक्चर होने पर प्लास्टर कटने के बाद जोड़ों का जाम होने आदि में फिजियोथेरेपी से रोगी पूरी तरह ठीक हो जाता है। संगोष्ठी का संचालन जिला मलेरिया सलाहकार अर¨वद द्विवेदी तथा धन्यवाद ज्ञापन सुशील कुमार ¨सह ने किया। संगोष्ठी में डॉ रागिनी अग्रवाल, डॉ एसके रमण, डॉ टी पीयूष, डॉ शमशेर ¨सह, डॉ जीतेंद्र कुमार, डॉ कुश कुमार समेत कई लोग उपस्थित थे। -क्लाहैंड से पीड़ित राहुल के लिए वरदान साबित हुआ फिजियोथेरेपी
संगोष्ठी में क्लाहैंड से पीड़ित टंडवा, गढ़वा के 34 वर्षीय राहुल कुमार भी आया था। विगत छह माह से सदर अस्पताल स्थित फिजियोथेरेपी केंद्र में उपचार चल रहा है। वह अब ठीक हो चुका है। उसने बताया कि एक वर्ष पूर्व उसके हाथों में लगातार दर्द रहता था। वह हड्डी रोग विशेषज्ञ से इलाज करा रहा था। इस बीच उसके बांयें हाथ की अंगुलियां टेढ़ी हो गई। तब उक्त चिकित्सक ने उसे सदर अस्पताल के कुष्ठ रोग विभाग में भेज दिया। वहां डॉ जेपी ¨सह ने उसे फिजियोथेरेपी कराने की सलाह दी। इधर फिजियो अभिषेक ¨सह ने बताया कि अब उसे रिकंस्ट्रक्टीव सर्जरी के लिए धनबाद भेजा जाएगा।