कांग्रेस वाद के जनक थे डाक्टर लोहिया: मोहन सिंह
संवाद सूत्र श्री बंशीधर नगर (गढ़वा)- प्रखर समाजवादी चितक व प्रख्यात स्वतंत्रता सेनानी डा. राम मनोहर लोहिया की जयंती मनाई गई।
संवाद सूत्र, श्री बंशीधर नगर (गढ़वा):- प्रखर समाजवादी चितक व प्रख्यात स्वतंत्रता सेनानी डा. राम मनोहर लोहिया की 111 वीं जयंती मंगलवार को डा. राम मनोहर लोहिया चेतना मंच के तत्वाधान में समारोह पूर्वक मनाई गई। इसका शुभारंभ बलिया के गांधीवादी नेता व लेखक मोहन सिंह, वरिष्ठ पत्रकार सह डा. राम मनोहर लोहिया रिसर्च फाउंडेशन नई दिल्ली के अध्यक्ष अभिषेक रंजन सिंह व पूर्व मंत्री रामचंद्र केशरी ने संयुक्त रूप से दीप जला व डा. लोहिया के आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया। बतौर मुख्य अतिथि मोहन सिंह ने कहा कि डा. राम मनोहर लोहिया उदात गांधीवादी थे। वे गांधी को लेकर चलते थे। डा. लोहिया जब इस क्षेत्र में आए थे, तो उस समय उन्होंने कहा था कि आने वाले समय में यह स्वीटजरलैंड होगा। डा. लोहिया गैर कांग्रेसवाद के जनक थे। उस समय लोग कांग्रेस के शासन से उब चुके थे। जिसके कारण 1967 में देश के 9 राज्यों में गैर कांग्रेसवाद की सरकार बनी। सबसे पहले संसद में उन्होंने दाम बांधों का नारा दिया था। अभिषेक रंजन सिंह ने कहा कि चुनावी राजनीति से समाज का उद्धार नहीं हो सकता है। इस क्षेत्र को डॉ राम मनोहर लोहिया समाजवाद का प्रयोगशाला मानते थे। वह 4 वर्ष तक संसदीय राजनीति में रहे थे। लेकिन वह ऐसे शख्सियत थे कि हम सब आज भी उन्हें याद कर रहे हैं। वे सड़क से संसद तक सभी वर्गों के लिए लड़ते थे। वे गैर कांग्रेसवाद के जनक थे। पूर्व मंत्री गिरिनाथ सिंह ने कहा कि डॉ लोहिया विषमता के खिलाफ सड़क से संसद तक आवाज उठाते थे। वे आज भी प्रासंगिक हैं। आज जरूरत है उनके विचारों को आगे बढ़ाने की। भाजपा नेता अलखनाथ पांडेय ने कहा कि आजादी के बाद लोग विचार से जाने जाते थे। लेकिन आज कौन किस विचार का है पता ही नहीं चलता है। समारोह की अध्यक्षता पूर्व मंत्री रामचंद्र केशरी व संचालन सीताराम जायसवाल ने किया। समारोह को शारदा महेश प्रताप देव, रघुराज पांडेय, मो0 नईम खलीफा, विनय चौबे, अनिल चौबे, सूरज गुप्ता, कमलेश्वर पांडेय आदि ने संबोधित किया। मौके पर विजय कुमार केशरी, मुकेश चौबे, ओमप्रकाश गुप्ता, विभूति भूषण चौबे, आनंद प्रकाश कमलापुरी, अश्विनी कुमार, विजय सिंह सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।