जब नैन खोलूं, तब राधे-कृष्ण बोलू..
हरिहरपुर - ओपी क्षेत्र के रपुरा गांव मे पिछले चार दिनों से हो रहे शतचंडी महायज्ञ व संगी
हरिहरपुर : रपुरा गांव मे पिछले चार दिनों से चल रहे शतचंडी महायज्ञ व संगीतमय रामकथा को सुनने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ यज्ञस्थल पर उमड़ रही है। रामकथा की शुरूआत करते हुए सुश्री विभा उपाध्याय ने कहा कि जब नैन मूंदूं, जब नैन खोलूं, तब राधे कृष्ण बोलूं.. वंदना से की। कहा कि इस मृत्यु लोक में जन्म लेने का एक ही उद्देश्य है कि भगवान का भजन करें। इस संसार में अपना कुछ भी नहीं है। प्रेम करना सीखें, यदि यह प्रेम अगर ईश्वर से हो जाए तो जीवन सफल हो जाएगा। ईश्वर से बिना प्रेम किए जीवन कभी सफल नहीं होगा। मानव अपने जीवन में दौलत चाहे जितना इकट्ठा कर ले, पर साथ कुछ भी नहीं जाने वाला है। चाहे राजा हो या रंक सभी को उन्हीं अदृश्य परमात्मा के पास मोक्ष मिलेगी।
इस दौरान उन्होंने भोलेनाथ शंकर के विवाह पर भ विस्तार से चर्चा की। किया। इस मौके पर यज्ञ समिति के अध्यक्ष अमरनाथ सिंह, अखिलेश कुमार सिंह, बबन शुक्ला, बबन सिंह, विनोद शुक्ला, सुशील कुमार सिंह, अजय तिवारी, अंजली देवी, अनिता देवी सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।